सरकारी शिक्षण संस्थानों को इंटीग्रेटेड B.Ed कोर्स की अनुमति, 15 मई से शुरू होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

सरकारी शिक्षण संस्थानों को इंटीग्रेटेड B.Ed कोर्स की अनुमति, 15 मई से शुरू होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
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Khetkhajana

सरकारी शिक्षण संस्थानों को इंटीग्रेटेड B.Ed कोर्स की अनुमति, 15 मई से शुरू होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

बीएड कालेजों की गुणवत्ता पर उठते सवालों के बीच चार वर्षीय नए इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स को लेकर शिक्षा मंत्रालय बेहद सतर्क है। वह अभी सिर्फ सरकारी शिक्षण संस्थानों को ही इस नए कोर्स को संचालित करने की अनुमति देने के पक्ष में है। यही वजह है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने दूसरे चरण के पायलट कोर्स के लिए भी केंद्रीय और राज्य के विश्वविद्यालयों सहित राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों से ही आवेदन मांगे हैं। इन संस्थानों से 31 मई तक आवेदन करने को कहा गया है।

एनसीटीई का मानना है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षकों को तैयार करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। ऐसे में जब  तक यह कोर्स पूरी तरह परिपक्व नहीं हो जाता, तब तक इसे सिर्फ सरकारी और शीर्ष शिक्षण संस्थानों में ही चलाने की अनुमति दी जाएगी।

पहले चरण के पायलट कोर्स के लिए देशभर के 57 शीर्ष सरकारी शिक्षण संस्थानों का चयन किया गया है। इनमें आइआइटी और एनआइटी जैसे संस्थान भी शामिल हैं। एनसीटीई के मुताबिक शीर्ष संस्थानों को ही इन कोर्स को चलाने की अनुमति देने से इसकी गुणवत्ता को कायम रखा जा सकेगा।

पहले चरण में चयनित सभी संस्थानों में इसी वर्ष से यह कोर्स शुरू हो जाएगा। 15 मई तक इनमें दाखिले के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है। फिलहाल इनमें दाखिला प्रवेश परीक्षा के जरिये होगा। एनसीटीई ने इसका जिम्मा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को सौंपा है।

एनसीटीई के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, बीएड कालेजों की गुणवत्ता पर लगातार जिस तरह से सवाल खड़े होते रहते हैं, ऐसे में इस चार वर्षीय संस्थान इच्छुक  इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आइटीईपी) को एक ऐसे कोर्स के रूप में तब्दील करने की तैयारी है, जिसे करने के बाद उनकी गुणवत्ता पर किसी को किसी तरह का संदेह ना रहे।

चयनित संस्थानों में 15 मई से शुरू हो सकती है रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

वैसे भी एनईपी के तहत वर्ष 2030 से स्कूलों में शिक्षकों के खाली होने वाले पदों पर सिर्फ आइटीईपी करने वाले छात्रों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। इस प्रोग्राम के तहत संस्थान बीए-बीएड, बीएससी बीएड और बीकाम बीएड जैसे कोर्स शुरू कर सकेंगे। यह कोर्स भी क्रेडिट सिस्टम के तहत डिजाइन किया गया है। ध्यान रहे कि इस कोर्स को शुरू करने के लिए बड़ी संख्या में देश के निजी शिक्षण संस्थान इच्छुक है।

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