खेतों की तारबंदी बनी मौत, चपेट में आए 2 मजदूर समेत पांच की मौत, पशु रोकने के लिए छोड़ा था तारों में करंट

खेतों की तारबंदी बनी मौत, चपेट में आए 2 मजदूर समेत पांच की मौत, पशु रोकने के लिए छोड़ा था तारों में करंट
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Khetkhajana

खेतों की तारबंदी बनी मौत, चपेट में आए 2 मजदूर समेत पांच की मौत, पशु रोकने के लिए छोड़ा था तारों में करंट

गांव 20 पीएस में एक खेत में काम कर रहे दो मजदूरों की गुरुवार दोपहर को डीसी करंट की तार में करंट की चपेट में आने से दो मौत हो गई। सूचना पर पहुंची मुकलावा पुलिस ने मृतकों के शवों को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी। किसानों द्वारा खेतों में फसलों को पशुओं से बचाव को लेकर लगाई जा रही डीसी करंट की तार लगाई जा रही है।

जानकारी के अनुसार गुरुवार दोपहर करीब 12:30 बजे चिमनलाल पुत्र खेताराम निवासी 10 पीएस व हीरालाल पुत्र फूसाराम निवासी 20 पीएस गांव के मलकीत सिंह के खेत पर नरमे की बुवाई को लेकर खेत में तैयारी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि मजदूरों ने दोपहर को पास में चल रहे खाले में पानी पीने अथवा हाथ पैर धोने के प्रयास के दौरान वहां लगी डीसी करंट की तार की चपेट में आ गए। दोनों के खाले के पास गिरते हुए खेत मालिक ने देख लिया। खेत मालिक ने उन्हें तुरंत निजी वाहन से रायसिंहनगर के निजी अस्पताल में पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर मुकलावा थाने से एएसआई राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और दोनों मृतकों के शवों को राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाए।

मृतक चिमनलाल खेत में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था । उसके दो लड़के व दो लड़कियां जो पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं, हीरालाल के भी दो संतान है। मृतकों के परिजनों ने मर्ग रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप

उल्लेखनीय है कि 1 सप्ताह में अनूपगढ़ - रायसिंहनगर क्षेत्र में करंट से खेत से काम कर रहे 3 लोगों की जान जा चुकी है। इससे पहले 28 जून 2022 को भी रायसिंहनगर के नानूवाला गांव में भी एक खेत में 14 वर्षीय गोविंद व गुरमेल सिंह नामक किसान की भी डीसी करंट की तार के चपेट में आने से मौत हो गई थी।

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