3 दिन से चल रही मीटिंग पर आया बड़ा फैसला, नहीं बढ़ेगी ई.एम.आई, भारतीय रिजर्व बैंक ने दी विशेष जानकारी

इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है, यानी इन दरों को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है।

3 दिन से चल रही मीटिंग पर आया बड़ा फैसला, नहीं बढ़ेगी ई.एम.आई, भारतीय रिजर्व बैंक ने दी विशेष जानकारी
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3 दिन से चल रही मीटिंग पर आया बड़ा फैसला, नहीं बढ़ेगी ई.एम.आई, भारतीय रिजर्व बैंक ने दी विशेष जानकारी


नई दिल्ली, भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (एम.पी.सी.) की 3 दिन से चल रही मीटिंग के नतीजों का ऐलान हो गया है। चुनाव से पहले रिजर्व बैंक ने लोगों को बड़ी राहत दी है।

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक में लिए गए फैसलों के बारे बताते हुए कहा कि इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है, यानी इन दरों को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है। इसका मतलब है कि आपकी ई.एम.आई. में कोई बदलाव नहीं होने वाला है। यह लगातार 7वीं बार है जब आर.बी.आई. ने रेपो रेट्स को स्थिर रखने का फैसला किया है। रेपो रेट के साथ ही रिजर्व बैंक ने रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत पर स्थिर रखा है। मार्जिनल स्टैंडिंग सुविधा (एम.एस.एफ.) रेट और बैंक रेट 6.75 प्रतिशत पर बरकरार है जबकि स्टैंडर्ड जमा सुविधा (एस.डी.एफ.) रेट 6.25 प्रतिशत पर स्थिर है।

आर.बी.आई. ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) की वृद्धि दर के अनुमान को 7 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। यह 2023-24 के लिए 7.6 प्रतिशत के अनुमान से कम है। आर.बी.आई. ने अपनी फरवरी की

मुंबईः प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते आर. बी. आई. के गवर्नर शक्तिकांत दास।

मौद्रिक नीति में 1 अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।

चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए आर.बी.आई गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा कि ग्रामीण मांग गति पकड़ रही है और विनिर्माण क्षेत्र में निरंतर वृद्धि से निजी निवेश को प्रोत्साहन मिलना चाहिए। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक व्यापार मार्ग में व्यवधान से कुछ दिक्कतें आ सकती हैं।

दास ने कहा कि देश की सकल घरेलू उत्पाद की वास्तविक वृद्धि दर 2024-25 में 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। जून तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत, सितम्बर तिमाही में 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

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