क्या सोलर पैनल पर AC चला सकते हैं, अगर हां, तो कैसे?

सोलर पैनल और बैटरी से चलने वाले एसी का भी योगदान है। यह स्वच्छ, बिजली बचाने वाला, और लंबे समय तक चलने वाला विकल्प है।

क्या सोलर पैनल पर AC चला सकते हैं, अगर हां, तो कैसे?
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क्या सोलर पैनल पर AC चला सकते हैं, अगर हां, तो कैसे?

जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा के संकट के चलते, विद्युतीकरण के अलावा भी अन्य ऊर्जा स्रोतों के अनुसरण की आवश्यकता है। विश्व भर में सौर ऊर्जा के उपयोग में वृद्धि हो रही है, और इसमें सोलर पैनल और बैटरी से चलने वाले एसी का भी योगदान है। यह स्वच्छ, बिजली बचाने वाला, और लंबे समय तक चलने वाला विकल्प है।

सोलर पैनल और बैटरी से एसी कैसे चलते हैं?

सोलर पैनल और बैटरी से एसी चलाने के दो तरीके होते हैं:

ऑफ-ग्रिड सिस्टम: इसमें, सोलर पैनल द्वारा उत्पन्न ऊर्जा को बैटरी में संग्रहित किया जाता है। रात्रि के समय जब सूरज नहीं दिखता, तब बैटरी से एसी चलाने का उपयोग होता है। इसमें बैटरी से पर्याप्त समय तक चलाने की क्षमता रखना महत्वपूर्ण है।

ऑन-ग्रिड सिस्टम: इसमें, सोलर पैनल से प्राप्त ऊर्जा को सीधे एसी से इस्तेमाल किया जा सकता है। यहां पर इन्वर्टर जैसी उपकरण की जरूरत होती है, जो सीधे डीसी को एसी में बदलती है। इसके लिए सरकार की मंजूरी आवश्यक हो सकती है।

एसी चलाने के लिए आवश्यक क्षमता

सोलर पैनल और बैटरी से एसी चलाने के लिए आवश्यक क्षमता निम्नलिखित है:

आपके प्रयोजन के हिसाब से चाहिए एसी का टनेज: आपके वास्तविक आवश्यकताओं के अनुसार, आपको एसी की क्षमता का निर्धारण करना होगा। ज्यादा प्रयोग होने पर अधिक क्षमता वाले पैनल और बैटरी की जरूरत होगी।

पैनलों की क्षमता: एक 1 टन एसी चलाने के लिए कम से कम 10 सौर पैनलों की जरूरत होगी, जिनमें से हर एक पैनल की क्षमता 250 वाट की होनी चाहिए।

बैटरी की क्षमता: 1 टन एसी चलाने के लिए आपके बैटरी की क्षमता 700 से 800mAh तक होनी चाहिए। इसका मतलब है कि आपको कम से कम 4 से 5 बैटरी जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 150mAh हो, की जरूरत होगी।

सोलर पैनल और बैटरी का खर्च

सोलर पैनल और बैटरी के खर्च का निर्धारण विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे व्यावसायिक या व्यक्तिगत उपयोग, उपकरणों की क्षमता, आपके भू-भाग का स्थान, आपके राज्य या देश के सब्सिडी नीति आदि। इसलिए यह अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न होगा। आम तौर पर, एक 1 टन एसी के लिए लगभग 2.5 या 3 kW पैनल और बैटरी सिस्टम का खर्च आ सकता है।

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