करनाल में सीएम की घोषणा, 45 साल से ऊपर के अविवाहितों को पेंशन देने की तैयारी में प्रदेश सरकार
हरियाणा ऐसा करने वाला संभवतः पहला राज्य होगा
करनाल में सीएम की घोषणा, 45 साल से ऊपर के अविवाहितों को पेंशन देने की तैयारी में प्रदेश सरकार
हरियाणा ऐसा करने वाला संभवतः पहला राज्य होगा
हरियाणा सरकार अविवाहित पुरुषों व महिलाओं को पेंशन देने की योजना पर विचार कर रही है। इसके लिए 45 से 60 साल की आयु निर्धारित होगी। इस योजना पर सरकार एक माह के अंदर फैसला लेगी। यह बात सीएम मनोहर लाल ने करनाल के कमालपुरा में जनसंवाद कार्यक्रम में कही।
सूत्रों का कहना है कि यह पेंशन उन्हीं लोगों को मिलेगी, जिनकी आय सालाना 1.80 लाख रु. से कम होगी। नई पेंशन स्कीम में आने वाले लोगों की संख्या करीब 1.25 लाख होगी। योजना को लेकर सीएम की ओर से सीएमओ के अधिकारियों के साथ प्रारंभिक मंथन किया जा चुका है। अब इसे लागू करने को लेकर विचार चल रहा है। इस योजना में विधुर को भी शामिल किया जा सकता है। अगर योजना शुरू होती है तो अविवाहित महिलाओं व पुरुषों को पेंशन देने वाला हरियाणा संभवतः देश का पहला राज्य होगा।
उधर, यमुनानगर से थर्मल प्लांट झारखंड शिफ्ट होने की चर्चा को लेकर सीएम ने कहा कि सीआरसी क्लीयरेंस देगी कि बिजली प्लांट कहाँ लगेगा। सीएम ने फिरौती मांगने वाली घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। गांव से काफी संख्या में युवाओं के विदेश जाने की बात पर सीएम ने कहा कि कबूतरबाजों के चक्कर में न पड़ें।
अफसरों से चर्चा में आया विचार
सूत्रों के अनुसार, सीएमओ के अफसरों के साथ सीएम की बातचीत हुई। इसमें चर्चा हुई कि शादी न होने पर अधेड़ उम्र में गरीब व्यक्ति की मदद जरूरी है, ताकि सम्मान के साथ रह सके पति की मीत के बाद महिलाओं को विधवा पेंशन दी जा रही है। गरीब विधुर को भी पेंशन में लाया जा सकता है। इसके बाद योजना पर विचार किया गया।
किसानों की भूमि की तकसीम की •समस्या का भी समाधान खोज रहे
सीएम ने कहा कि जिस प्रकार लाल डोरा समाप्त करके लोगों को मालिकाना हक दिया है, उसी प्रकार सरकार किसानों की भूमि की तकसीम जैसी सबसे बड़ी समस्या का हल निकालने का प्रयास कर रही है। सरकार ने शहरों में 5 लाख दुकानदारों को उनका मालिकाना हक देने का काम किया है। युवाओं के रोजगार के लिए भी लगातार प्रयास कर रही है।
सीएम ने कहा, 'राजनीतिक पार्टियों का नया सीजन शुरू हो चुका है। अब सभी पार्टियों के नेता बाहर निकलकर आएंगे। जो पहले सत्ता में रहे हैं, वो भी वादे करेंगे। जनता को पता है, पड़ोसी राज्यों में जिनकी सरकार है उनसे लोग कितना परेशान हैं। फ्री फ्री की घोषणाएं करके वे पार्टियां लोगों के वोट खरीदने की कोशिश करते हैं। जनता किसी झांसे में आने वाली नहीं है।'