अब JJU में फॉर्म भरवाना हुआ महंगा, बढ़ी फीस, विद्यार्थियों को देनी होगी पहले से 20% ज्यादा फीस

JJU मे कुछ कोर्सेस की फीस तो दोगुणा तक कर दी गई थी। इसके विरोध में यूनिवर्सिटी कैंपस में विद्यार्थियों के प्रदर्शन चले, जिसके बाद प्रशासन ने 10 प्रतिशत फीस बढ़ाने का स्टूडेंट्स को आश्वासन दिया है

अब JJU में फॉर्म भरवाना हुआ महंगा, बढ़ी फीस, विद्यार्थियों को देनी होगी पहले से 20% ज्यादा फीस
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खेतखाजाना

अब JJU में फॉर्म भरवाना हुआ महंगा, बढ़ी फीस, विद्यार्थियों को देनी होगी पहले से 20% ज्यादा फीस

JJU मे कुछ कोर्सेस की फीस तो दोगुणा तक कर दी गई थी। इसके विरोध में यूनिवर्सिटी कैंपस में विद्यार्थियों के प्रदर्शन चले, जिसके बाद प्रशासन ने 10 प्रतिशत फीस बढ़ाने का स्टूडेंट्स को आश्वासन दिया है

गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के यूजी स्टूडेंट्स को नए सत्र से बढ़ी हुई फीस देनी होगी। जीजेयू ने 23 कॉलेजों को फीस बढ़ोतरी के पत्र भेजे हैं। इसके कारण हर स्टूडेंट पर कोर्स जाट कॉलेज वाइज 10 से 20 प्रतिशत तक फीस बढ़ोतरी का बोझ पड़ेगा। यूनिवर्सिटी द्वारा फीस बढ़ाने के बाद कॉलेज अपनी फीस में इजाफा कर सकते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है। इससे पहले जीजेयू परीक्षा व दाखिले को लेकर लगने वाले जुर्मानों में बढ़ोतरी कर चुका है।

यूनिवर्सिटी ने दाखिला प्रोसेस शुरू होने के बाद यह लेटर जारी किया है। ऐसे में कॉलेजों को हायर एजुकेशन विभाग के पोर्टल पर 12 से 15 जून तक अपनी सीट, फीस, सब्जेक्ट कॉम्बीनेशन का ब्यौरा देना था। लेटर जारी होने के बाद अब फीस को लेकर पोर्टल पर दोबारा से अपडेट किया जाएगा। इसके कारण दाखिला प्रोसेस भी लेट हो रहा है। हायर एजुकेशन का पोर्टल पहले दाखिले के लिए 17 जून को ओपन किया जाना था, जो अब 19 जून को ओपन होगा। जीजेयू से पहले हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने भी

फीस दोबारा अपडेट करनी होगी: नोडल अधिकारी

जीजेयू से यूजी कोर्सों की फीस बढ़ोतरी को लेकर पत्र मिला है। हायर एजुकेशन के पोर्टल पर अब फीस दोबारा अपडेट करनी होगी। फीस बढ़ोतरी के चलते यूजी में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों पर भी असर होगा।

अब भी केयूके और एमडीयू से कम फीस हैः वीसी

डिग्री कॉलेजों के यूजी कोर्सेस की फीस में बढ़ोतरी की है, यह काफी नॉमिनल है। 5 साल से यूनिवर्सिटी ने कोई फीस नहीं बढ़ाई थी। अब भी जीजेयू की फीस केयूके और एमडीयू के मुकाबले कम है।

JJU मे कुछ कोर्सेस की फीस तो दोगुणा तक कर दी गई थी। इसके विरोध में यूनिवर्सिटी कैंपस में विद्यार्थियों के प्रदर्शन चले, जिसके बाद प्रशासन ने 10 प्रतिशत फीस बढ़ाने का स्टूडेंट्स को आश्वासन दिया है। विश्वविद्यालयों को स्वायत बनने के सरकार के आदेशों के बाद यूनिवर्सिटियां आय बढ़ाने को लेकर इस तरह के निर्णय ले रही हैं।

श्री आदिबद्री विद्यापीठ को मान्यता न होने पर परीक्षा देने वाराणसी गए छात्र

आदिबद्री के ऋषिकुलम विद्यापीठ में विभिन्न राज्यों से आए विद्यार्थी वैदिक पद्धति से संस्कृत के साथ अन्य भाषाओं का ज्ञान ले रहे हैं। इस विद्यापीठ को अभी प्रदेश में मान्यता नहीं मिली है। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी से संबंधित होने के कारण यहां से 32 विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए वाराणसी रवाना हुए हैं। ऋषिकुलम विद्यापीठ के संचालक ब्रह्मचारी विनय स्वरूप का कहना है कि शिक्षामंत्री कंवरपाल ने मान्यता दिलाने का आश्वासन दिया हुआ है, लेकिन अभी मिली नहीं है। ऋषिकुलम को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी से संस्थागत मान्यता प्राप्त है। तभी इस वैदिक पाठशाला में विद्यार्थियों को शिक्षा दी जा रही है।

यहां पढ़ रहे विद्यार्थी जनेऊधारी हैं। रोजाना श्लोकाच्चारण करते हैं। योग व ध्यान की शिक्षा दी जा रही है। संस्कृत के साथ अन्य भाषाओं का ज्ञान भी दिया जा रहा है। इनके रहने से लेकर खाने तक की व्यवस्था संचालक ब्रह्मचारी विनय स्वरूप की ओर से की जाती है। शिक्षामंत्री कंवरपाल भी विद्यापीठ को चलाने में सहयोग करते हैं। ब्रह्मचारी विनय स्वरूप का कहना है कि जब शिक्षामंत्री विद्यापीठ आए थे तो उन्हें बताया था कि संस्कृत विद्या के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश सरकार को पूर्णतया संस्कृत पाठशालाओं को मान्यता देनी चाहिए।

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