वोट ना देने का नतीजा, पंचायती जमीन पर बने 200 घरों को जड़ा ताला, मकान मालिकों ने रो कर सुनाया अपना दुखड़ा

ग्रामीणों के मुताबिक प्रशासन की कार्रवाई पर रोष जताया गया है और उन्होंने अपने 200 घरों को ताले लगा दिया है।

वोट ना देने का नतीजा, पंचायती जमीन पर बने 200 घरों को जड़ा ताला, मकान मालिकों ने रो कर सुनाया अपना दुखड़ा
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खेतखाजाना

हरियाणा के सिरसा जिले के गांव खेरेका में एक मंगलवार को एक अनोखा प्रदर्शन देखा गया, जहां सैकड़ों परिवारों ने अपने घरों को ताले लगाकर अपना रोष जाहिर किया। इस घटना का कारण प्रशासनिक अधिकारियों की टीम गांव में सरकारी और पंचायती जमीन की पैमाइश करने गई थी। हालांकि, ग्रामीणों के मुताबिक प्रशासन की कार्रवाई पर रोष जताया गया है और उन्होंने अपने 200 घरों को ताले लगा दिया है। इस प्रशासनिक कार्रवाई के पीछे चुनावी रंजिश का आरोप भी उठाया जा रहा है।

ग्रामीणों के रोष का कारण

जैसा कि प्रशासन द्वारा बताया जा रहा है, पैमाइश का काम पिछले दो सप्ताह से चल रहा था और आज अधिकारियों ने लगभग 200 घरों की पैमाइश के लिए दस्तक दी। इसके बावजूद, गांव के लोगों ने अपने आपराधिक अनुभवों के कारण अपने घरों को ताले लगा दिया और प्रशासन की कार्रवाई का विरोध जताया। इसके पीछे चुनावी रंजिश का आरोप लगाया जा रहा है, हालांकि इस बात की खुलासा होने के लिए अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं हुआ है।

प्रशासनिक कार्रवाई का प्रभाव

गांव में हाथ में चाबी लेकर ताले लगाने वाले लोगों द्वारा किए गए इस प्रदर्शन के बावजूद, प्रशासन द्वारा इस पैमाइश कार्य को नगर पंचायत द्वारा बनाई गई नियमों का पालन करते हुए किया जा रहा है। प्रशासन का दावा है कि उन्होंने पैमाइश करने से पहले लोगों को लिखित सूचना दी थी। हालांकि, ग्रामीणों के मुताबिक, उन्हें इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली थी और इसलिए वे अपनी प्रतिक्रिया को ऐसे ही व्यक्त कर रहे हैं।

गांव के धनाढ्य वर्ग के लोगों ने हाल ही में आरोप लगाया है कि उन्हें नये सरपंच को चुनने वाले चुनाव में वोट नहीं देने के बाद, उन्हें धमकियाँ मिल रही हैं। इस समस्या के चलते, उन्हें अपनी पंचायती भूमि और जोहड़ों को छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यह स्थिति गांव की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है।

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