जिसकी खुद की गारंटी नहीं, उसकी गारंटी क्या मानें: डा. इंदौरा

जिसकी खुद की गारंटी नहीं, उसकी गारंटी क्या मानें: डा. इंदौरा
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जिसकी खुद की गारंटी नहीं, उसकी गारंटी क्या मानें: डा. इंदौरा

खेत खजाना: सिरसा। भाजपा की ओर से जारी संकल्प पत्र को जुमला बताते हुए पूर्व सांसद व वरिष्ठ कांग्रेस नेता डा. सुशील इंदौरा ने कहा कि अपने कार्यकाल में भाजपा सरकार ने ऐसा कोई बड़ा काम नहीं किया, जिससे देश की जनता, युवाओं, किसानों को लाभ हो। उन्होंने कहा कि महंगाई इतनी बढ़ गई है, उसकी सरकार को फिक्र नहीं है। डा. इंदौरा ने कहा कि पीएम ने पहले जो ट्रेलर बताया है, उसमें ना डीजल-पेट्रोल के दामों में कमी की बात की गई और ना ही गैस सिलेंडर की। जिससे साबित होता है कि उनके पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 2014 में खुद मंच से कहा था कि 15 लाख रुपये सबको मिलेंगे, लेकिन हुआ क्या? पिछले 10 सालों में तीन गुना बेरोजगारी व महंगाई बढ़ गई।

जिस आदमी की खुद गारंटी नहीं है, उसकी गारंटी का क्या मानें? डा. इदौरा ने कहा कि बीत चुके वादों को एक बार फिर से मोदी की गारंटी के खोखले लिफाफे में भरकर देश के सामने पेश कर दिया गया है। कई ऐसे झूठे वादे जिनकी एक्सपायरी डेट 2022 में ही निकल गई। उनको तो भाजपा ने इस बार भूलने में ही भलाई समझी। गरीबों को पक्का घर, महिलाओं को सस्ती रसोई गैस, युवाओं को सस्ता कर्ज, किसानों को फसल बीमा, व्यापार के सरल कानून भाजपा के नए चुनावी घोषणा पत्र में भी फिर से वही झूठी बातें और पुराने जुमलों का पुलिंदा है।

लूट, मुनाफाखोरी और चौतरफा अत्याचार से भरे भाजपा के 10 साल झेलने के बाद अब देश की जनता आक्रोश में है। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं के बारे में कोई जिक्र नहीं है। कितनी नौकरी देंगे, नहीं देंगे, इसकी चर्चा नहीं है। फूड सिक्योरिटी बिल कांग्रेस की ही देन है, जिसमें भाजपा ने 5 किलो राशन को शामिल किया है। पूर्व सांसद ने कहा कि जनता जागरूक हो चुकी है और इस तानाशाही सरकार की शातिर चालों को बखूबी समझ चुकी है। जनता इस इंतजार में है कि कब चुनाव हों और वो अपने वोट की चोट से इस सरकार को उखाड़ फंैके।

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