अल नीनो का प्रभाव: 122 सालों में सबसे सूखा रहा अगस्त, बारिश में ब्रेक की चुनौती

अल नीनो का प्रभाव: 122 सालों में सबसे सूखा रहा अगस्त, बारिश में ब्रेक की चुनौती
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अल नीनो का प्रभाव: 122 सालों में सबसे सूखा रहा अगस्त, बारिश में ब्रेक की चुनौती

खेत खजाना: वर्ष 2023 में भारत में मानसून के प्रभावों में अल नीनो की भूमिका चिंता का कारण बन रही है। अल नीनो के प्रभाव से इस बार के अगस्त महीने में 122 सालों के इतिहास में सबसे सूखा महीना दर्ज किया गया है। इस अवधि के दौरान भारत में बारिश में 33% की कमी होने की संभावना है, जिससे कृषि और पानी की उपलब्धता पर खतरा बढ़ गया है।

अल नीनो के प्रभाव में बारिश की कमी

अल नीनो के कारण मानसून के इस साल के सीजन में बारिश में 33% की कमी हो रही है। अगस्त महीने में देशभर में सिर्फ 160.3 मिमी बारिश हुई है, जो कि सामान्य 241 मिमी के मुकाबले 33% कम है। यह स्थिति किसानों के लिए चिंता का कारण बन रही है, क्योंकि कृषि में वर्षा का महत्वपूर्ण भूमिका होता है।

बारिश में ब्रेक की चुनौती

अल नीनो के प्रभाव के कारण मानसून सीजन में इस बार बारिश में ब्रेक की चुनौती सामने आ रही है। इस साल के मानसून सीजन में अगस्त महीने में 20 दिनों के लिए 'ब्रेक' आया है, जिससे वर्षा की कमी हो रही है।

विशेषज्ञों की भविष्यवाणी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अगस्त में बारिश में सुधार की संभावना है जब एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की संभावना है। सितंबर में भी बारिश की स्थिति सुधरने की उम्मीद है और अल नीनो के प्रभाव का आसरा कम होने की संभावना है।

इस बार का मानसून सीजन अल नीनो के प्रभाव में हुई कम बारिश के चलते सामान्य से कम वर्षा के साथ समाप्त होने की संभावना है। यह स्थिति कृषि, पानी, और मौसम प्रभावित सेक्टरों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है, और हमें बारिश में सुधार की आशा है।

यह आलेख अल नीनो के प्रभाव के बारे में है और कैसे इसका असर भारत के मानसून सीजन पर पड़ रहा है। इसके साथ ही यह चर्चा करता है कि कैसे बारिश में कमी कृषि और पानी के सेक्टरों पर क्या प्रभाव डाल सकती है।

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