किसानो की मेहनत पर फिर पानी, खेतों में बिछी औलो की चादर, किसान कर रहे मुआवजा राशि की मांग

इससे सबसे ज्यादा नुकसान राजेपुर, उमरपुर, लबकरी, करतारपुर, तूसंग, गढ़ी बीरबल, और इस्लामनगर गांवों में हुआ है।

किसानो की मेहनत पर फिर पानी, खेतों में बिछी औलो की चादर, किसान कर रहे मुआवजा राशि की मांग
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किसानो की मेहनत पर फिर पानी, खेतों में बिछी औलो की चादर, किसान कर रहे मुआवजा राशि की मांग

हरियाणा के कई जिलों में हुई ओलावृष्टि ने किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस बारिश के साथ ही शिमला-मनाली जैसा नजारा बन गया, लेकिन उसके साथ ही किसानों की मेहनत से तैयार की गई फसलें भी चौपट हो गई है।

बेमौसम बारिश से प्रभावित गांव

करनाल जिले के कई गांवों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण सड़कों के किनारे और खेतों में बर्फ जम गई है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान राजेपुर, उमरपुर, लबकरी, करतारपुर, तूसंग, गढ़ी बीरबल, और इस्लामनगर गांवों में हुआ है।

किसानों की मांग, मुआवजा राशि

इन गांवों के किसानों ने सरकार से मुआवजा राशि की मांग की है। उन्होंने बताया कि ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा नुकसान सरसों और सब्जी की फसलों में हुआ है, जो पूर्णत: बर्बाद हो चुकी हैं। इससे हुई नुकसान की मुआवजा राशि देकर किसानों को आगे की फसल की बिजाई करने में मदद की जा सकती है।

ध्यान देने की आवश्यकता

किसानों का कहना है कि इस मुआवजा राशि के बिना वे अगली फसल की तैयारी करने में मुश्किल में पड़ सकते हैं। इसलिए, प्रशासन और सरकार से उचित गिरदावरी कर मुआवजा राशि देने की अपील की जा रही है।

इस आपदा से प्रभावित किसानों की मदद के लिए तत्पर होने की आवश्यकता है, ताकि वे अपनी मेहनत का मेहनती परिणाम तक पहुंचा सकें। इससे न केवल किसानों को सहारा मिलेगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि उन्हें आने वाली समय में भी किसी प्राकृतिक आपदा से नुकसान न हो।

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