मानसून रूठा: सितंबर में कम बारिश के आसार, वैज्ञानिकों की चेतावनी

मानसून रूठा: सितंबर में कम बारिश के आसार, वैज्ञानिकों की चेतावनी
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मानसून रूठा: सितंबर में कम बारिश के आसार, वैज्ञानिकों की चेतावनी

बारिश के मौसम में बदलाव के आसार, मानसून सीज़न की समाप्ति की संभावना

खेत खजाना: समय के साथ मौसम परिवर्तन की चिंता दुनियाभर में बढ़ रही है। इसका एक प्रमुख प्रभाव मानसून पर हो रहा है, जिसका असर अब सितंबर माह में भी महसूस होने की संभावना है। विभिन्न वैज्ञानिकों ने दिए गए आंकड़ों के आधार पर यह उम्मीद जताई है कि अगस्त के बाद सितंबर में भी बारिश की मात्रा सामान्य से कम रह सकती है। यह मानसून सीज़न सामान्य से पहले ही खत्म होने का संकेत हो सकता है।

वैज्ञानिकों की चेतावनी: अल-नीनो का असर

ब्रिटिश यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून से जुड़े मौसमी प्रतिबंधकों के कारण सितंबर माह में बारिश में कमी हो सकती है। इसका मुख्य कारण अल-नीनो के प्रभाव का महसूस होना है, जो सम्भावत: अगले साल मार्च-अप्रैल तक बना रह सकता है। अल-नीनो के कारण मानसून के बाद व सर्दियों में भी बारिश की कमी हो सकती है।

वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश की मात्रा में कमी

वैज्ञानिक डॉ. अक्षय देवरस ने अपने अनुसंधानों के आधार पर यह बताया है कि सितंबर माह में बारिश की मात्रा में कमी हो सकती है। इसका कारण उनके अनुसार अल-नीनो से होने वाले प्रभाव का हो सकता है। वे इसके साथ ही बताते हैं कि अगस्त माह में भी बारिश की कमी आई है और अगर ऐसा रहता है तो पूरे मानसून सीज़न में भी बारिश की मात्रा में कमी हो सकती है।

मौसम की स्थिति

वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम की स्थिति भिन्न-भिन्न है। कुछ राज्यों में सामान्य बारिश हो रही है जबकि कुछ राज्यों में बारिश की कमी हो रही है। इसके अलावा, कुछ राज्यों में बारिश की मात्रा सामान्य से अधिक है। यहाँ एक तालिका दिखाया गया है:

राज्य बारिश की कमी (%)

लद्दाख -47%

केरल -16%

कर्नाटक -19%

हिमाचल प्रदेश -25%

छत्तीसगढ़ -34%

गुजरात +20%

संकेत हो सकता है मानसून सीज़न की समाप्ति का

विभिन्न वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह सब आंकड़े और मॉडल उन्हीं के अनुसार हैं, लेकिन इनसे यह साबित नहीं होता कि वाकई मानसून सीज़न कब समाप्त होगा। इसके बावजूद, वैज्ञानिकों की चेतावनी का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है ताकि हम अपने आस-पास के मौसम के बदलाव के साथ सही तरीके से तयार रह सकें।

मौसम परिवर्तन के साथ आने वाले बदलावों का सामना करना हम सभी की जिम्मेदारी है। मानसून की बारिश में होने वाले बदलाव भी इसी कड़ी में हैं। वैज्ञानिकों की चेतावनी का ध्यान रखकर हमें सही तरीके से तयार रहना चाहिए, ताकि हम मौसम के बदलाव का सही सामना कर सकें।

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