Weather Update: बारिश ने तोड़ा छह साल का रिकॉर्ड, जुलाई में भी झमाझम के आसार, यहां होगी सबसे अधिक
इस साल हुई 81 एमएम बारिश, इससे पहले 2017 में हुई थी 120 एमएम बारिश
चंडीगढ़। हरियाणा में मानसून के पहले महीने में ही रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। बारिश ने छह साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस बार जून में करीब 81 मिलीमीटर (एमएम) बारिश हुई, जो सामान्य से 48 फीसदी ज्यादा रही है। इससे पहले साल 2017 में 120.17 ■ एमएम बारिश हुई थी। हरियाणा के चार शहरों को छोड़ बाकी सभी शहरों में अच्छी बारिश हुई है। सबसे अधिक बारिश सोनीपत (174.5 एमएम), पानीपत (165.7), यमुनानगर (123.4 ) जिलों में हुई है। जिन शहरों में कम बारिश हुई है, उनमें पंचकूला (43 फीसदी कम ), अंबाला (48 फीसदी कम ), हिसार (57 फीसदी कम) जिला शामिल है।
प्रदेश में मानसून तय समय से छह दिन पहले 24 जून को आया था। प्रदेश में मानसून के आगमन की तय तारीख 30 जून है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले दो दिन कुछ स्थानों पर बारिश होगी। दो जुलाई के बाद मानसून में थोड़ा ठहराव होगा। वहीं, विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान अलग-अलग स्थानों पर तूफान व बिजली गिरने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम में आए बदलाव से तापमान में फिलहाल कोई बढ़ोतरी के आसार नहीं है। अधिकतम तापमान 40 डिग्री के नीचे रहने की संभावना है। उमस से जरूर जूझना पड़ सकता है।
जुलाई में तापमान भी सामान्य रहेगा
मौसम विभाग ने जुलाई महीने की बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। जुलाई में भी सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना है। इस महीने में होने वाली बारिश भी किसानों के लिए वरदान साबित होगी। हालांकि जुलाई में भी दो से तीन शहरों में भी कम बारिश की संभावना है। हालांकि मौसम विशेषज्ञों ने जुलाई में अलनीनो के विकसित होने की आशंका जताई है। अल नीनो को मानसूनी वर्षा को दबाने के लिए जाना जाता है। वहीं, जुलाई में भी तापमान सामान्य से कम रहने वाला है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत के कुछ इलाकों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में जुलाई के महीने में न्यूनतम तापमान सामान्य से सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है।