Weather Update: फिर 29 को सक्रिय होगा नया पश्चिमी विक्षोभ, बारिश-ओलावृष्टि की संभावना

Weather Update: फिर 29 को सक्रिय होगा नया पश्चिमी विक्षोभ, बारिश-ओलावृष्टि की संभावना
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हिसार/रोहतक/करनाल। 29 नवंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके असर से मध्यम श्रेणी की बारिश के साथ- साथ ओलावृष्टि की भी संभावना है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन का कहना है कि फिलहाल एक मध्यम श्रेणी का पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय है। मगर इसके दक्षिणी होने की वजह से पूर्वी गुजरात और दक्षिणी राजस्थान पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।

इसके प्रभाव से दक्षिणी व मध्य राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के क्षेत्रों 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं, जबरदस्त बारिश व ओलावृष्टि और उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर बर्फबारी दर्ज हो रही है। मगर हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली पर इसका आंशिक असर ही हो रहा है, जिस कारण बादल छा रहे हैं। हालांकि 27 व 28 नवंबर के दौरान

सीमित स्थानों पर बूंदाबांदी होने की संभावना थी । यह पश्चिमी विक्षोभ 28 नवम्बर को आगे निकल जाएगा। इसके बाद 29 नवंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होगा। इसके असर से हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली 29 व 30 नवंबर और 1 दिसंबर के दौरान तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश और एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि की गतिविधियों को दर्ज किया जाएगा। कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, करनाल, रोहतक, हिसार समेत प्रदेशभर में रविवार सुबह से शाम तक बादलों की आंख मिचौली लगी रही।

गेहूं के लिए फायदेमंद साबित होगी बारिश

पानीपत ऊझा कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. राजीव गर्ग ने बताया कि बूंदाबांदी और बारिश से गेहूं को फायदा होगा। इसके अलावा पर्यावरण के लिए भी लाभदायक साबित होगी। क्योंकि प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक शहरों में अभी भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से ऊपर चल रहा है। प्रदेश में अभी तक 11 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई हो चुकी है, जबकि लक्ष्य 25 लाख हेक्टेयर का है। इसी प्रकार, 7 लाख हेक्टयेर में सरसों की बिजाई हो चुकी है।

बारिश का अनुमान, कल से छा सकता है कोहरा

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों को जहरीली हवा से निजात मिलती नहीं मिल रही है। रविवार को दिल्ली के सिग्नेचर पुल समेत कई इलाकों में घनी धुंध छाई रही। सोमवार को बारिश के आसार तो हैं, लेकिन उसके अगले दिन से कोहरा छाने की संभावना है जो दिसंबर के पहले हफ्ते तक बना रह सकता है। इससे बारिश के चलते भले ही तात्कालिक राहत मिले, लेकिन दीर्घकालिक राहत की उम्मीद कम ही है। मौसम में बदलाव से न्यूनतम तापमान औसत से एक डिग्री नीचे 10.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है और हवा की गुणवत्ता अभी भी बहुत खराब बनी हुई है।

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