Bihar Land Survey: आवेदन की तिथि तय नहीं, अधिकारी ने दी विस्तृत जानकारी
Bihar Land Survey बिहार में चल रहे भूमि सर्वेक्षण के आवेदन की अंतिम तिथि निर्धारित नहीं की गई है। जिला बंदोबस्त पदाधिकारी ने फेसबुक लाइव के माध्यम से सभी जरूरी जानकारी दी है, जानें सही आवेदन प्रक्रिया।
भूमि सर्वेक्षण में न हों परेशान, जानें सही प्रक्रिया और आवेदन की तिथि
बिहार में भूमि सर्वेक्षण का कार्य ज़ोर-शोर से चल रहा है, खासकर सासाराम जिले में। प्रखंडों में शिविर लगाकर आवेदन की प्रक्रिया जारी है, जिससे प्रखंड कार्यालय, निबंधन विभाग और अभिलेखागार में लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है। कई लोग अंतिम तिथि को लेकर भ्रमित हैं, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इसके लिए अभी कोई सटीक तिथि निर्धारित नहीं की गई है।
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी का फेसबुक लाइव
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को फेसबुक लाइव के माध्यम से भूमि सर्वेक्षण के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने जमीन के दस्तावेजों को हड़बड़ी में ऑनलाइन जमा करने की आवश्यकता नहीं है। पहले सभी दस्तावेज़ों की पूरी जांच-पड़ताल कर लें, फिर आवेदन करें।
आवेदन के लिए ज़मीन की रसीद जरूरी
उन्होंने बताया कि आवेदन के लिए जमीन की रसीद जरूरी है, लेकिन अद्यतन रसीद (latest receipt) होना अनिवार्य नहीं है। एक-दो साल पुरानी रसीद भी मान्य होगी, बशर्ते उस जमीन का निबंधन न हुआ हो। लोगों को ईमानदारी से जांच करनी होगी कि जमीन का निबंधन नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि आवेदन के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
जानकारी | विवरण |
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आवेदन की तिथि | अभी तक निर्धारित नहीं |
आवेदन शुल्क | कोई शुल्क नहीं |
आवश्यक दस्तावेज | जमीन की रसीद (हाल की नहीं होनी चाहिए) |
चार मौजों का बनेगा क्लस्टर
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी ने जानकारी दी कि आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चार मौजों का एक क्लस्टर बनाया जाएगा, और एक अमीन उन मौजों की देखरेख करेगा। इस प्रक्रिया में चार सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो पंचायत स्तर पर सर्वेक्षण की निगरानी करेंगे।
दावा-आपत्ति की प्रक्रिया
आवेदन के बाद, लोगों को अपनी जमीन के दस्तावेज़ों में सुधार के लिए दावा-आपत्ति करने का मौका मिलेगा। अगर किसी प्रकार की त्रुटि होती है, तो उसे ठीक करने का प्रावधान रखा गया है। दावा-आपत्ति की सुनवाई के बाद उस जमीन का फाइनल निर्णय लिया जाएगा।
ऑनलाइन खतीयान और वंशावली
अधिकारी ने जानकारी दी कि अब सभी मौजों का खतीयान ऑनलाइन अपडेट हो चुका है। इसके लिए जिला अभिलेख विभाग में लंबी कतारों में खड़े होने की जरूरत नहीं है। अब तक 1.25 लाख स्वघोषित वंशावली पत्र प्राप्त हुए हैं, और जिन जमीनों का म्यूटेशन (mutation) नहीं हुआ है, उनके दस्तावेज भी जमा किए जा सकते हैं।
इस पूरी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की हड़बड़ी न करें और सभी दस्तावेज़ों की जांच कर आवेदन करें। समय रहते, जिला बंदोबस्त कार्यालय से आवश्यक जानकारी लेकर ही प्रक्रिया पूरी करें।