Chana Price क्या चना के भाव 7000 रुपये तक पहुंच सकते हैं? पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में
Chana Price 2024 में चने की कीमतों में गिरावट और संभावित वृद्धि पर पूरी जानकारी। जानें क्या चना के भाव 7000 रुपये तक पहुंच सकते हैं।
चना की कीमतों में गिरावट: जानें प्रमुख कारण
चना, भारतीय किसानों और व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण फसल है। लेकिन हाल के दिनों में चने के भाव में गिरावट देखने को मिल रही है। 2023-24 में चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5440 रुपये प्रति क्विंटल था, जिसे इस साल बढ़ाकर 5640 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। इसके बावजूद, चने की कीमतों में गिरावट के पीछे कई प्रमुख कारण हैं।
चना के भाव गिरने के कारण
- आयात में वृद्धि: – ऑस्ट्रेलिया से चने का अधिक आयात होने के कारण घरेलू बाजार में आपूर्ति बढ़ गई है।
- बुआई में वृद्धि: – इस साल चने की बुआई पिछले साल के मुकाबले 1% अधिक रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2023 में 84.42 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी, जो 2024 में बढ़कर 86 लाख हेक्टेयर हो गई।
- दाल उद्योग की समस्याएं: – दाल उद्योग इस समय तरलता की समस्या का सामना कर रहा है।
मंडियों में चना के ताजा भाव
मंडी का नाम | चना का भाव (₹/क्विंटल) | आवक (बोरी) |
---|---|---|
दिल्ली | 6800-6900 | – |
जोधपुर | 5500-6300 | 50 |
जयपुर | 6800-6850 | – |
राजकोट | 6500-7000 | 1500 |
अमरावती | 5500-6100 | 100 |
जबलपुर | 5500-6650 | 275 |
छिंदवाड़ा | 5900-6550 | – |
क्या चना के भाव 7000 रुपये तक पहुंच सकते हैं?
प्रोइंटेलीट्रेड सर्विसेज के संस्थापक दिनेश सोमानी के अनुसार, चने की बढ़ती आवक के बावजूद, मौजूदा मौसम फसलों के लिए अनुकूल है।
- फसल की गुणवत्ता: – चने की गुणवत्ता अच्छी है और किसान अपने स्टॉक को बढ़ाना चाहते हैं।
- मांग में वृद्धि: – घरेलू बाजार में चने की मांग बढ़ने की संभावना है।
- निवेश का मौका: – अगर चने की कीमत 6500 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास आती है, तो यह निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है।
विशेषज्ञों की राय
मधुर बियानी (लक्ष्मी नारायण उद्योग) ने बताया कि सरकार द्वारा आयात पर रोक लगने से चने के भाव में बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, सोमानी का मानना है कि चने के भाव जल्द ही 7000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकते हैं।
अगर मौजूदा परिस्थितियां बनी रहती हैं और आयात पर कुछ प्रतिबंध लगते हैं, तो चने की कीमतें बढ़ सकती हैं। हालांकि, यह निवेशकों और किसानों के लिए सतर्कता से काम करने का समय है।
• अधिक जानकारी के लिए देखें: चना के मंडी भाव