Aloe Vera Farming एलोवेरा की खेती: जनवरी में करें रोपाई, कमाएं लाखों रुपये
Start Aloe Vera farming in January to earn up to 8-10 lakh rupees annually. Learn about the cultivation process, soil requirements, and earning potential.
एलोवेरा की खेती का महत्व
जनवरी के महीने में एलोवेरा की खेती करना किसानों के लिए बेहद लाभकारी हो सकता है। एलोवेरा की डिमांड बाजार में सालभर बनी रहती है, क्योंकि इसके जेल से कई कॉस्मेटिक ब्यूटी प्रोडक्ट और दवाइयां तैयार की जाती हैं। आइए जानते हैं एलोवेरा की खेती के बारे में विस्तार से।
एलोवेरा की खेती
मिट्टी और जुताई
एलोवेरा की खेती के लिए जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसकी बुवाई से पहले खेत की जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद मिलानी चाहिए, जिससे मिट्टी के पोषक तत्व बढ़ते हैं।
रोपाई और दूरी
एलोवेरा की रोपाई करते समय नाली और डोली में 40 सेंटीमीटर की दूरी रखनी चाहिए और दो पौधों के बीच की दूरी 2 से 3 फीट होनी चाहिए। जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए।
सिंचाई और कटाई
रोपाई के बाद फसल को 7 से 8 महीने में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। समय-समय पर सिंचाई करते रहना चाहिए, ताकि पौधों को उचित मात्रा में पानी मिलता रहे।
एलोवेरा से होने वाली कमाई
एलोवेरा की खेती से बहुत ज्यादा कमाई होती है, क्योंकि इसकी डिमांड मार्केट में बहुत होती है। एलोवेरा से कई महंगे-महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट तैयार होते हैं, जो मार्केट में बहुत बिकते हैं।
आमदनी का अनुमान
विवरण | अनुमानित कमाई (₹) |
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प्रति एकड़ पैदावार | 15 – 20 टन |
कुल कमाई (सालाना) | ₹8 – ₹10 लाख |
महत्वपूर्ण बातें:
पहलू | विवरण |
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फसल का नाम | एलोवेरा |
मिट्टी | जल निकासी वाली दोमट मिट्टी |
बुवाई का समय | जनवरी |
पैदावार | 15 – 20 टन प्रति एकड़ |
कमाई | ₹8 – ₹10 लाख प्रति एकड़ |