कृषि समाचार
Green Chili Farming : हरी मिर्च की खेती के दुश्मन हैं ये रोग: समय रहते कर लें बचाव, नहीं तो खेत में ही सड़ जाएगी फसल
हरी मिर्च की खेती में लगने वाले प्रमुख रोगों और उनके बचाव के उपायों के बारे में जानें। समय पर सही तरीके अपनाकर आप अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
Green Chili Farming : हरी मिर्च की खेती के दुश्मन हैं ये रोग: समय रहते कर लें बचाव, नहीं तो खेत में ही सड़ जाएगी फसल
Green Chili Farming :12 January 2025: हरी मिर्च की खेती किसानों के लिए रोजगार का बड़ा साधन है और यह तुरंत मुनाफा देने वाली फसल मानी जाती है। लेकिन बीच में कुछ खतरनाक रोग आ सकते हैं, जो पूरी फसल को नष्ट कर सकते हैं। मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग के प्रमुख प्रो. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि हरी मिर्च रोजगार का एक अच्छा साधन है, लेकिन समय पर उचित देखभाल नहीं की जाए तो किसानों को भारी नुकसान हो सकता है।
प्रमुख रोग और उनके उपाय
- जड़ सड़ने की समस्या
- लक्षण: पौधे गिर जाते हैं।
- उपाय: कार्बेंडाजिम जैसी फंफूदनाशी दवाओं का इस्तेमाल करें।
- पर्ण कुंजन/गुरचहवा रोग
- लक्षण: पत्तियां सिकुड़ने लगती हैं, सफेद दाग।
- उपाय: कीटनाशी और फफूंदनाशी दवाओं का प्रयोग करें।
- उकठा रोग
- लक्षण: पूरी मिर्च की खेती बर्बाद कर सकता है।
- उपाय: पौधों को उपचारित करके ही बुवाई करें, नीमतेल 5 ml को एक लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
धनिया और मेथी का महत्व
धनिया और मेथी मिर्च की खेती में लगने वाले तमाम विषाणु और जीवाणुओं को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसलिए, मिर्च की खेती में धनिया और मेथी जरूर लगाएं।
रोग | लक्षण | उपाय |
---|---|---|
जड़ सड़ने की समस्या | पौधे गिर जाते हैं | कार्बेंडाजिम जैसी फंफूदनाशी दवाओं का इस्तेमाल |
पर्ण कुंजन/गुरचहवा रोग | पत्तियां सिकुड़ने लगती हैं | कीटनाशी और फफूंदनाशी दवाओं का प्रयोग |
उकठा रोग | पूरी मिर्च की खेती बर्बाद हो सकती है | पौधों को उपचारित करके बुवाई, नीमतेल का छिड़काव |
हरी मिर्च की खेती में समय पर सही उपाय अपनाकर किसान अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं और अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। इस लेख में बताए गए उपायों को अपनाकर आप अपनी फसल को बर्बाद होने से बचा सकते हैं।