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Delhi Amritsar Katra Expressway दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे: निवेशकों के लिए सुनहरा मौका, ज़मीन की कीमतें होंगी आसमान पर!

एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 669 किलोमीटर है। पहले इसकी लागत लगभग 25,000 करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन विलंब और बढ़ती निर्माण सामग्री की कीमतों के चलते यह बढ़कर 35,406 करोड़ रुपये हो गई है।

Delhi Amritsar Katra Expressway दिल्ली, अमृतसर और कटरा को जोड़ने वाला 650 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे जल्द ही पूरा होने की कगार पर है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा निर्मित इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर लगभग 35,406 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से होकर गुजरने वाला यह एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को घटाकर आधा कर देगा और आर्थिक विकास को नई दिशा देगा।

क्या है दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे?

यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के पास झज्जर जिले के जसोर खेड़ी से शुरू होकर जम्मू के उत्तर में कटरा तक जाएगा। यह परियोजना 2017 में शुरू हुई थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण और तकनीकी समस्याओं के चलते इसमें देरी हुई। हालांकि, अब निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है, और उम्मीद है कि दिवाली के बाद इसे यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।

कितनी लंबाई और लागत में हो रहा है निर्माण?

इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 669 किलोमीटर है। पहले इसकी लागत लगभग 25,000 करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन विलंब और बढ़ती निर्माण सामग्री की कीमतों के चलते यह बढ़कर 35,406 करोड़ रुपये हो गई है।

हरियाणा में निर्माण की स्थिति

हरियाणा में इस एक्सप्रेसवे का एक बड़ा हिस्सा, जो 113 किलोमीटर लंबा है, पूरा हो चुका है। यह हिस्सा सोनीपत, रोहतक, झज्जर, जिंद और कैथल जैसे जिलों से होकर गुजरता है। इससे हरियाणा के स्थानीय निवासियों और किसानों को काफी सुविधा होगी।

किसानों की भूमि अधिग्रहण समस्या

इस परियोजना की सबसे बड़ी बाधा भूमि अधिग्रहण रही है। कई किसानों ने उचित मुआवजे की मांग की, जिससे परियोजना में देरी हुई। हालांकि, एनएचएआई ने किसानों को मुआवजे के बेहतर प्रस्ताव देकर कई समस्याओं को सुलझा लिया है।

परियोजना में देरी के कारण

इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में तकनीकी समस्याओं और कोविड-19 महामारी के कारण कई बार रुकावटें आईं। इसके अलावा, कुछ हिस्सों में पहले से मौजूद सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है, जबकि कुछ स्थानों पर नई सड़कें बनाई जा रही हैं।

पर्यटन और आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा

यह एक्सप्रेसवे कटरा जैसे धार्मिक स्थलों तक पहुंच आसान बनाएगा। इससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय व्यवसायों के लिए नए अवसर पैदा होंगे। साथ ही, जमीनों के भाव में भी तेजी से बढ़ोतरी होने की संभावना है।

यातायात के लिए लाभकारी

इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद दिल्ली से कटरा की यात्रा में लगने वाला समय 12 घंटे से घटकर सिर्फ 6 घंटे रह जाएगा। यह एक्सप्रेसवे चार लेन का होगा, जिसे भविष्य में छह लेन तक बढ़ाया जा सकता है।

पंजाब और जम्मू-कश्मीर में प्रगति

पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है। खासकर, कटरा और जम्मू के बीच के हिस्से पर ध्यान दिया जा रहा है, ताकि माता वैष्णो देवी के भक्तों को सुविधा मिल सके।

लोगों के लिए राहत और सुविधाएं

इस एक्सप्रेसवे के किनारे राहत केंद्र, रेस्तरां और पेट्रोल पंप जैसे सुविधाजनक स्थान बनाए जाएंगे। यह परियोजना न केवल यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी।

परियोजना का महत्व

दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा का समय कम करेगा, बल्कि यह आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इसके पूरा होने से यह क्षेत्र आधुनिक बुनियादी ढांचे का प्रतीक बनेगा।

कब होगा पूरा?

हरियाणा का हिस्सा लगभग पूरा हो चुका है। पंजाब और जम्मू-कटरा के हिस्सों पर काम तेजी से चल रहा है। संभावना है कि इसे 2025 के अंत तक पूरी तरह से यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।

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