Irrigation in Bihar: सरकार ने 7 अरब से बनाया नया प्रोजेक्ट, अब हर खेत तक पहुंचेगा सिंचाई पानी
Irrigation in Bihar: सरकार ने 7 अरब से बनाया नया प्रोजेक्ट, अब हर खेत तक पहुंचेगा सिंचाई पानी
Irrigation in Bihar : खेत खजाना, पटना, बिहार सरकार किसानों को सिंचाई के क्षेत्र में अधिक लाभ देने के लिए एक बड़ा प्रोजेक्ट तैयार कर रही है । विश्व बैंक और CSISA-ICAR सर्वेक्षण की तरह विभिन्न स्वतंत्र निकायों द्वारा बिहार के गंगीय मैदानों में लगभग सभी खेती क्षेत्रों को सिंचाई की सुविधा है, शायद ताल और दियारा क्षेत्र को छोड़कर ।
बिहार सरकार ने सिंचाई के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम कर रही है। राज्य में ऐसे एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र हैं जहां अब तक पानी नहीं पहुंचा है, उन खेतों में पानी पहुंचाने के लिए सरकार ने सात अरब की योजना बनाई है । सरकार की यह योजना किसानों के लिए बड़ी काबिले तारीफ है । इस योजना से किसानों को हर खेत तक पानी मिलेगा ।
नदी जोड़ योजना के तहत तीन लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जाएगी। इसके साथ ही टाल विकास योजना के तहत 0.196 लाख हेक्टेयर खेतों में सिंचाई का इंतजाम किया जाएगा। इसके अलावा, 0.60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को जलजमाव से मुक्त किया जाएगा और 95 योजनाओं के तहत जल निस्सरण की व्यवस्था की जाएगी। ये सभी योजनाएं अगले पांच वर्षों में पूर्ण की जाएंगी ।
बिहार में कुल 55.63 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि है, जिसमें 28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में पानी पहुंचाया गया है। 2017-18 से 2021-22 तक कुल 37.2263 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में पानी पहुंचाने का लक्ष्य था, जिसमें 2017 से 2020 तक 23 से 25.8241 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में पानी पहुंचा गया।
नदी जोड़ से तीन लाख हेक्टेयर में होगी सिंचाई
इसके अलावा नदी जोड़ योजना से 3.358 लाख हेक्टेयर तथा टाल विकास योजना के तहत 0.196 लाख हेक्टेयर खेतों में सिंचाई का इंतजाम किया जायेगा. इसके साथ ही 0.60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को जलजमाव से मुक्त कराया जायेगा. इसके साथ ही जल निस्सरण की 95 योजनाएं भी क्रियान्वित की जायेंगी. इन सभी योजनाओं को अगले पांच वर्षों में पूर्ण किया जायेगा.
28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई उपलब्ध
राज्यभर में कुल 55.63 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि है. इसमें 28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में पानी पहुंचाया गया. वर्ष 2017-18 से वर्ष 2021-22 तक कुल 37.2263 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में पानी पहुंचाने का लक्ष्य था. वर्ष 2017 से वर्ष 2020 तक 23 से 25.8241 लाख हेक्टेयर खेतों में पानी पहुंचा. इसके बाद के दो वर्ष 2020-2021 और 2021-22 में यह आंकड़ा 28 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा है.