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Basmati rice बासमती धान पर प्रतिबंधित कीटनाशकों का प्रयोग न करें: गुरनाम सिंह की किसानों से अपील

Basmati rice मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी गुरनाम सिंह ने मुक्तसर के किसानों को बासमती और नरमे की फसलों पर प्रतिबंधित कीटनाशकों का प्रयोग न करने की सलाह दी है, जिससे फसलों की गुणवत्ता और निर्यात क्षमता में सुधार होगा।

मुक्तसर, पंजाब: मुक्तसर जिले के मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी, गुरनाम सिंह ने किसानों से आग्रह किया है कि वे बासमती धान और अन्य फसलों पर प्रतिबंधित कीटनाशकों का उपयोग न करें। उन्होंने कहा कि जिले में नरमे की फसल को सफल बनाने के लिए गांव स्तर पर किसान सिखलाई कैंप आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें साउनी खासकर नरमे की फसल पर आ रही समस्याओं के समाधान और उचित फसल प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जा रही है।

कैंप में किसानों को दी जा रही जानकारी

गुरनाम सिंह ने बताया कि इन सिखलाई कैंपों में धान और बासमती की फसलों पर कीट और बीमारियों की रोकथाम के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। बासमती धान की उच्च गुणवत्ता वाली पैदावार के लिए प्रतिबंधित कीटनाशक दवाइयों के प्रयोग से बचने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे अपने खेतों का नियमित निरीक्षण करें और किसी भी प्रकार की कीट समस्या का तुरंत समाधान करें।

फसल का प्रकारसंभावित कीट/बीमारीउपचार की सिफारिशें
नरमारस चूसने वाले कीड़े, गुलाबी सुंडीरोजाना निरीक्षण, जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की सलाह
बासमती धान Basmati riceतना छेदक, पत्तियों के कीटप्रतिबंधित कीटनाशकों से बचें, जैविक और सुरक्षित विकल्पों का प्रयोग

नरमे की फसल पर विशेष ध्यान

नरमे की फसल के संबंध में, सिंह ने कहा कि किसानों को रोजाना अपने खेतों का सर्वेक्षण करना चाहिए। यदि फसल पर रस चूसने वाले कीड़े या गुलाबी सुंडी का हमला आर्थिक नुकसान स्तर (ETL) से अधिक हो जाता है, तो वे विभाग के साथ तालमेल करके ही स्प्रे करें। उन्होंने कहा कि किसानों को अनाधिकृत कीटनाशकों का उपयोग करने से बचना चाहिए और केवल प्रमाणित उत्पादों का ही उपयोग करना चाहिए।

धान और बासमती Basmati rice की पैदावार में गुणवत्ता का महत्व

गुरनाम सिंह ने बताया कि बासमती की मियारी (गुणवत्ता) पैदावार के लिए उचित कीटनाशक प्रबंधन आवश्यक है। किसानों को प्रतिबंधित कीटनाशकों का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे न केवल उनकी फसल की गुणवत्ता प्रभावित होती है, बल्कि इसे निर्यात के मानकों पर भी असर पड़ता है। उन्होंने किसानों को जैविक कीटनाशकों और सुरक्षित विकल्पों का प्रयोग करने की सलाह दी, जिससे उनकी फसल की गुणवत्ता बनी रहे और निर्यात की संभावनाएं भी बढ़ें।

किसानों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

  • नियमित रूप से खेतों का सर्वेक्षण करें।
  • आर्थिक नुकसान स्तर (ETL) को ध्यान में रखते हुए कीटनाशक का प्रयोग करें।
  • प्रतिबंधित कीटनाशकों का उपयोग न करें।
  • जैविक और सुरक्षित कीटनाशकों का प्रयोग करें।
  • किसी भी समस्या के लिए विभाग के विशेषज्ञों से संपर्क करें।

गुरनाम सिंह की इस पहल से जिले के किसान लाभान्वित होंगे और उन्हें अपने खेतों की बेहतर देखभाल करने का मार्गदर्शन मिलेगा। इससे न केवल उनकी फसल की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि बाजार में उनकी फसल की मांग भी बढ़ेगी।

 

 

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