Kathiya wheat : कठिया गेहूं की खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा: बढ़ी मांग और उत्पादन
जानें कैसे कठिया गेहूं की खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है। जीआई टैग मिलने के बाद कठिया गेहूं से बने दलिया की बढ़ती मांग और इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
Kathiya wheat : कठिया गेहूं की खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा: बढ़ी मांग और उत्पादन
13 जनवरी 2025 : झांसी के कठिया गेहूं बंगरा प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को भारत सरकार की ओर से बुंदेलखंड के कठिया गेहूं का जीआई टैग जारी किया गया है। इसके बाद से कठिया गेहूं से बनाये जाने वाले दलिया की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है, खासतौर पर दिल्ली और कोलकाता के लोग इस दलिया को बहुत पसंद कर रहे हैं। बढ़ती मांग के कारण कठिया गेहूं का उत्पादन करने वाले किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है और इस फसल को अपनाने वाले किसानों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है।
जीआई टैग के बाद बढ़ी मांग
जीआई टैग मिलने के बाद दिल्ली और कोलकाता में कठिया गेहूं से बने दलिया की मांग तेजी से बढ़ी है। इस बढ़ती मांग के चलते कठिया गेहूं का उत्पादन करने वाले किसानों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। यहाँ के 150 किसानों ने इसका उत्पादन शुरू कर दिया है, जबकि अन्य किसान भी कठिया गेहूं का उत्पादन शुरू करने की तैयारी में हैं।
मुफ्त बीज और प्रशिक्षण
सबसे पहले जिले के तीन किसानों ने कठिया गेहूं का उत्पादन शुरू किया था, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 150 हो गई है। रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की ओर से किसानों को मुफ्त बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं और उत्पादन की विधि का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य लाभ
कठिया गेहूं में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट सहित पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसका दलिया खाने से शुगर और बीपी नियंत्रण में रहते हैं और यह शीघ्र पचने वाले होते हैं। साथ ही इसमें रोग अवरोधी क्षमता ज्यादा होती है, जिसके कारण इसकी मांग लगातार बढ़ रही है।
विशेषता | विवरण |
---|---|
कार्बोहाइड्रेट | प्रचुर मात्रा में |
विटामिन ए | उच्च मात्रा में |
फाइबर | अच्छा स्रोत |
एंटीऑक्सीडेंट | अधिक |
रोग अवरोधी क्षमता | ज्यादा |