कृषि समाचार
Mustard Crop Protection सरसों की फसल का दुश्मन लाही कीट, जानें बचाव के उपाय
Learn effective methods to protect mustard crops from the harmful aphid pest during winter. Follow these agricultural tips for a healthy and abundant yield.
लाही कीट का प्रकोप
सर्दियों के मौसम में शीतलहर के चलते ठंड बढ़ जाती है और इस मौसम में सरसों की फसल पर कीट रोग का खतरा तेजी से बढ़ने लगता है। लाही कीट सरसों की फसल का सबसे बड़ा दुश्मन है। यह छोटे भूरे या काले रंग का कीट होता है, जो सरसों के पौधों का रस चूसकर उनकी ग्रोथ को रोक देता है। इससे पौधे अच्छे से विकसित नहीं हो पाते और फलियों में दाने नहीं बनते, जिससे सरसों का उत्पादन कम हो जाता है।
लाही कीट से बचाव के उपाय
1. नीम का तेल और सर्फ का घोल
नीम का तेल जैविक कीटनाशक का काम करता है और फसल के उत्पादन को भी बढ़ाता है। लाही कीट से बचाव के लिए नीम के तेल और सर्फ का घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए।
2. क्लोरोपायरीफॉस 20% EC
क्लोरोपायरीफॉस 20% EC कीटनाशक का छिड़काव भी सरसों की फसल को लाही कीट से बचाने के लिए बहुत लाभकारी और उपयोगी होता है।
कैसे करें उपयोग
- नीम का तेल और सर्फ का घोल:
- 200 लीटर पानी में नीम के तेल और सर्फ को अच्छे से मिलाएं।
- इस लिक्विड फर्टिलाइजर को सरसों की फसल में छिड़काव करें।
- क्लोरोपायरीफॉस 20% EC:
- 200 मिलीलीटर दवा को 210 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ खेत में स्प्रे करें।
महत्वपूर्ण बातें:
उपाय | विवरण |
---|---|
नीम का तेल और सर्फ | 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव |
क्लोरोपायरीफॉस 20% EC | 200 मिलीलीटर/210 लीटर पानी |