ताइवानी व फ्लेवर अमरूद के साथ कर रहे हैं गन्ने और हल्दी की ऑर्गेनिक खेती
Organic farming of sugarcane and turmeric is being done along with Taiwanese and flavored guava
शहजादपुर गांव के प्रगतिशील किसान कपिल जमदग्नि ने खेती का नजरिया बदल दिया है। डेढ़ एकड़ में 10 लाख रुपए तक की सालाना आमदनी कर रहे हैं। 3 दिसंबर को उन्हें आईसीएआर- आईएआरआई, पूसा, न्यू दिल्ली से डिस्ट्रिक्ट मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड से नवाजा गया है।
वे पहले बैंक में नौकरी करते थे। 2019 को बैंक ने उनका तबादला गुजरात किया। इस पर कपिल ने नौकरी छोड़ दी। आधुनिक खेती करने का मन बनाया। पंजाब से विदेशी प्रजाति के पौधे लाकर 1 एकड़ में अमरूद का वाग लगाया। बाग में ताइवान, थाईलैंड समेत 8 प्रजातियों के पौधे लगाए। इनसे उत्पादन शुरू हो गया है। 1 एकड़ में अमरुद, नींबू, आड़ व हल्दी हो जाती।
ताइवान पिंक, ताइवान व्हाइट, एप्पल फ्लेवर, स्टोवरी फ्लेवर, पाइनेपल फ्लेवर, हिसार सफेदा, इलाहबादी सफेदा, लखनऊ 49 वैरायटी अमरुद की हैं। हर वैरायटी का स्वाद अलग है। ताइवान पौधा तीन फसल देता है। एक पेड़ पर एक बार में 20-25 किलो अमरुद मिलता है। अन्य पौधे साल में दो फसल देते हैं। 40 से 50 किलो अमरुद्ध एक पौधा साल में देता है। सालाना 20 हजार किलो अमरुद पैदा हो जाता है। नॉर्मल अमरूद 80 रुपए किलो तक और फ्लेवर अमरूद 200 रुपए तक के भाव में बिक रहे हैं।
किसान कपिल को उत्पाद को बेचने के लिए मंडी नहीं जाना पड़ता। गुरुग्राम, दिल्ली, सोनीपत व आसपास के जिलों से लोग उनके खेत से ही अमरुद व अन्य उत्पाद लेकर जाते हैं। या फिर ऑर्डर पर पहुंचा दिए जाते हैं। वह बाग में गोबर की खाद इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कई ड्रम रखे हुए हैं। इसमें गुड़, नीम, भांग-धतूरा, लस्सी, लोहा, तांबा व पीतल भरा हुआ है। सिंचाई के लिए पानी इन ड्रम से होकर खेता में जाता है। इससे पौधों में जरूरी पौषक तत्वों की पूर्ति होती है।
नींबू का आचार व हल्दी खुद तैयार कर बेचते हैं
अमरुद्ध के साथ नींबू के 200 पौधे भी हैं। 4 हजार किलो नींबू सालाना उत्पादन हो रहा है। वे खुद ही इसका आचार बनाकर बेचते हैं। इनके बीच में हल्दी भी तैयार की है। 10 क्विवंटल हल्दी तैयार हो जाती है। जो 480 रुपए किलो तक बिक जाती है। आधा एकड़ में लगे गन्ने से शिरका व गुड़ भी बनवाते हैं। वह ऑर्गेनिक फार्मिंग और बागवानी में राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर कई अवॉर्ड हासिल कर चुके हैं।