दूध की रानी: सानेन बकरी जो देती है भैंस के बराबर दूध और 1500 रुपये किलो बिकता है मांस
दूध की रानी: सानेन बकरी जो देती है भैंस के बराबर दूध और 1500 रुपये किलो बिकता है मांस
खेत खजाना : ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बकरी पालन एक लाभदायक व्यवसाय बन गया है, कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने का अवसर प्रदान करता है। बकरी के दूध और मांस की बढ़ती मांग, विशेष रूप से औषधीय गुणों के कारण, इस व्यवसाय को आकर्षक बनाती है।
यदि आप पशुपालन में प्रवेश करने पर विचार कर रहे हैं, तो सानेन बकरी नस्ल पर ध्यान देना उचित होगा। यह विदेशी नस्ल, किसानों के लिए “सफेद सोना” है, क्योंकि इसके दूध और मांस की बाजार में भारी मांग है।
सानेन बकरी की पहचान:
शारीरिक विशेषताएं: सफेद रंग, ऊपर की ओर लंबे सींग, सीधे मुंह की ओर खड़े कान, छोटी पूंछ।
वजन और ऊंचाई: नर का वजन 80 किलोग्राम, मादा का 60 किलोग्राम; नर की ऊंचाई 90 सेमी, मादा की 80 सेमी।
असाधारण दूध उत्पादन:
9 महीने में प्रजनन क्षमता विकसित होती है।
भरपूर मात्रा में प्रोटीन युक्त दूध और मांस।
दूध 175 रुपये से 200 रुपये प्रति लीटर तक बिकता है।
मांस 1000 रुपये से 1500 रुपये प्रति किलो तक बिकता है।
दूध से बने पनीर की कीमत 1000 रुपये प्रति किलो और घी की कीमत 3000 रुपये प्रति किलो तक होती है।
सानेन बकरी भारत में कहां पाई जाती है:
राजस्थान
गुजरात
मध्य प्रदेश
निष्कर्ष: सानेन बकरी, दूध और मांस उत्पादन के लिए एक उत्कृष्ट नस्ल है, जो किसानों को उच्च आय प्रदान करती है। यदि आप बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं, तो सानेन बकरी निश्चित रूप से विचार करने योग्य है।