दिल्ली के IGI एयरपोर्ट से जुड़ेगा केएमपी, एनएचएआइ बनाएगा नया टोल
सैदपुर, बवाना, नरेला, सोनीपत शहर और पुराने औद्योगिक क्षेत्र के लिए नया रास्ता बनेगा
सोनीपत : कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे से निकलने वाले वाहनों को एयरपोर्ट जाने के लिए अब दिल्ली के जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। नाहरा गांव के पास एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट रोड (एनएच 344पी) को आपस में जोड़ा जाएगा। एनएचएआइ ने दोनों हाईवे की कनेक्टिविटी का प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए मुख्यालय भेजा है। साथ ही इंजीनियरों की टीम ने एंट्री-एग्जिट की संभावना तलाशने के लिए सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है। कनेक्टिविटी का यह कार्य एयरपोर्ट रोड बनाने वाली कंपनी द्वारा ही किया जाना है।
सोनीपत शहर से केएमपी एक्सप्रेसवे का यह सबसे नजदीक प्रवेश होगा और लोगों को खरखौदा और कुंडली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही दिल्ली के बवाना, नरेला, सोनीपत के पुराने और सैदपुर औद्योगिक क्षेत्र आने जाने वाले व्यावसायिक वाहनों की केएमपी एक्सप्रेस तक पहुंच आसान हो जाएगी। एनएचएआइ द्वारा यहां खरखौदा की तरह एक तरह टोल प्लाजा का भी निर्माण किया जाएगा।
दूरी घटेगी, समय भी बचेगा
सोनीपत से मानेसर और पलवल जाने के लिए वाहनों को 20 किमी की दूरी तय कर एनएच 44 के रास्ते राई जाना पड़ता है। नाहरा के पास एयरपोर्ट फ्लाईओवर तक पहुंचने में 35 किमी का सफर बनता है, जबकि नया रास्ता खुलने के बाद 15 किमी से भी कम की दूरी तय करनी पड़ेगी। इससे 20 किमी की दूरी और 30 से 40 मिनट के समय की बचत होगी।
कटरा एक्सप्रेसवे के लिए
सीधा रास्ता: जिले के लोगों की दिल्ली कटरा एक्सप्रेसवे तक भी सीधी पहुंच हो जाएगी। अभी खरखौदा से आगे रोहतक जिले के हसनगढ़ गांव तक जाना पड़ता है। अब केएमपी के रास्ते पहुंचा जा सकेगा। इसके अलावा केएमपी से एनएच 344पी के रास्ते बड़वासनी से एनएच 352ए लेकर गोहाना और जींद की तरफ भी निकला जा सकेगा।
वेयरहाउस इंडस्ट्री को मिलेगा बूम
वर्तमान में हलालपुर, नाहरा, नाहरी, मल्हा माजरा, छतेहरा आदि गांवों में वेयरहाउस बन रहे हैं। दो दर्जन से ज्यादा वेयरहाउसों में बड़ी लाजिस्टिक कंपनियों ने काम भी शुरू कर दिया है। केएमपी की दूरी यहां से पांच से छह किमी की होगी। इससे वाहनों का आना जाना आसान होगा और तेजी से फल फूल रही वेयरहाउस इंडस्ट्री को बूम मिलेगा।