Gehu Ki Kheti गेहूं की फसल में सिंचाई और खाद प्रबंधन के 8 टिप्स जो आपके मुनाफे को दोगुना करें
गेहूं की फसल को पूरे जीवन चक्र में 35 से 40 सेंटीमीटर पानी की आवश्यकता होती है। सिंचाई की आवश्यकता मिट्टी की बनावट पर निर्भर करती है:
गेहूं की खेती Gehu Ki Kheti भारत में प्रमुख कृषि गतिविधि है, विशेषकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में। उच्च उत्पादन और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सिंचाई और खाद प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
सिंचाई की आवश्यकता और समय
गेहूं की फसल को पूरे जीवन चक्र में 35 से 40 सेंटीमीटर पानी की आवश्यकता होती है। सिंचाई की आवश्यकता मिट्टी की बनावट पर निर्भर करती है:
- भारी मिट्टी: चार बार सिंचाई।
- हल्की मिट्टी: छह बार सिंचाई।
सिंचाई के चरण
- पहली सिंचाई: बुआई के 20-25 दिन बाद, जब जड़ें बननी शुरू होती हैं।
- दूसरी सिंचाई: बुआई के 40-45 दिन बाद, जब कल्ले बनने लगते हैं।
- तीसरी सिंचाई: बुआई के 60-70 दिन बाद, जब तने में गांठें बनती हैं।
- चौथी सिंचाई: बुआई के 80-90 दिन बाद, जब फूल आने लगते हैं।
- पाँचवीं सिंचाई: बुआई के 105-110 दिन बाद, जब दानों में दूध जमा होता है।
- छठी सिंचाई: बुआई के 120-125 दिन बाद, जब दाना सख्त होता है।
सिंचाई के बाद नाइट्रोजन उर्वरक का उपयोग
सिंचाई के बाद, विशेषकर पहली सिंचाई के 5-6 दिन बाद, नाइट्रोजन उर्वरक जैसे यूरिया का छिड़काव करना लाभकारी होता है। यह पौधों की वृद्धि को प्रोत्साहित करता है और उपज बढ़ाने में मदद करता है।
खाद प्रबंधन
गेहूं की फसल में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश और जिंक जैसे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। सही समय पर इनका उपयोग फसल की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ाता है।
- नाइट्रोजन (यूरिया): पहली सिंचाई के समय प्रति एकड़ 40-50 किलोग्राम यूरिया का उपयोग करें।
- जिंक सल्फेट: प्रति एकड़ 5 किलोग्राम जिंक सल्फेट पहली सिंचाई के समय डालें।
सिंचाई और खाद प्रबंधन के लाभ
- उच्च उपज: सही समय पर सिंचाई और खाद देने से दानेदार गुणवत्ता और मात्रा बढ़ती है।
- बेहतर गुणवत्ता: पोषक तत्वों और पानी का संतुलित प्रबंधन फसल को रोगों से बचाता है, जिससे बाजार में उच्च मूल्य मिलता है।
- लागत में कमी: समय पर पोषण और सिंचाई से अतिरिक्त खर्च कम होता है।
गेहूं की फसल में सिंचाई और खाद प्रबंधन का सही उपयोग उत्पादन और गुणवत्ता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। किसान भाइयों को फसल के महत्वपूर्ण चरणों पर सिंचाई और खाद का उचित उपयोग करना चाहिए, जिससे मुनाफा दोगुना हो सके।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- गेहूं की फसल में जिंक खाद कब डालना चाहिए?
- जिंक सल्फेट का उपयोग पहली सिंचाई के समय करना चाहिए।
- गेहूं के लिए सबसे अच्छी खाद कौन सी है?
- डीएपी और जिंक सल्फेट गेहूं की फसल के लिए उपयुक्त खादें हैं।
- गेहूं में यूरिया कब डालना चाहिए?
- यूरिया का उपयोग पहली सिंचाई के समय करना लाभकारी होता है।
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