Kalyan Jewellers stock कल्याण ज्वैलर्स का शेयर क्यों गिर रहा है? 8 दिन की लगातार मंदी के पीछे का सच
Kalyan Jewellers stock क्योंकि यह गिरावट लगातार हो रही है, कई निवेशक यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि इसके पीछे क्या कारण है।
Kalyan Jewellers stock कल्याण ज्वैलर्स के शेयरों में लगातार गिरावट:
कल्याण ज्वैलर्स इंडिया के शेयरों में पिछले कुछ दिनों से भारी दबाव बना हुआ है। खासकर 2025 की शुरुआत में, जब यह शेयर 2 जनवरी को 794.60 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर था, तब से लेकर अब तक इसने लगातार गिरावट का सामना किया है। इस गिरावट का सिलसिला आठ दिनों से जारी है। बुधवार को शेयर की कीमत एक बार फिर 10 फीसदी तक गिरकर 522.75 रुपये के निचले स्तर तक पहुँच गई।
क्या है इस गिरावट की वजह?
क्योंकि यह गिरावट लगातार हो रही है, कई निवेशक यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि इसके पीछे क्या कारण है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के शेयरों में इस गिरावट के कारण वैश्विक आर्थिक स्थितियां, निवेशकों का डर और आंतरिक वित्तीय आंकड़े हो सकते हैं। वहीं, कुछ लोग इसे बाजार की सामान्य उतार-चढ़ाव से जोड़कर देख रहे हैं।
कंपनी का प्रदर्शन:
कैलेंडर वर्ष 2024 में, कल्याण ज्वैलर्स के शेयरों में 116 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। जबकि 2023 में यह आंकड़ा 180 प्रतिशत था। इसके बावजूद, वर्तमान गिरावट ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है। यदि हम बीएसई सेंसेक्स के प्रदर्शन की तुलना करें, तो सेंसेक्स में 2023 में 20 फीसदी और 2024 में 9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी, जो कि कल्याण ज्वैलर्स के मुकाबले कम है।
एफपीआई का घटता निवेश:
हालांकि कंपनी का प्रदर्शन पिछले दो वर्षों में मजबूत रहा है, लेकिन दिसंबर 2024 तिमाही के आंकड़े बताते हैं कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अपनी हिस्सेदारी में लगभग 1 प्रतिशत की कमी की है। इससे पहले, सितंबर तिमाही में एफपीआई के पास 16.37 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जो अब घटकर 15.75 प्रतिशत हो गई है।
कंपनी के बारे में:
कल्याण ज्वैलर्स का मुख्यालय केरल के त्रिशूर में स्थित है और यह भारत के सबसे बड़े आभूषण खुदरा विक्रेताओं में से एक है। कंपनी के 303 शोरूम हैं, जो पूरे भारत और मध्य पूर्व में फैले हुए हैं। इनका खुदरा क्षेत्र 836,000 वर्ग फुट से अधिक है, जो कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
चालू वित्तीय वर्ष में कल्याण ज्वैलर्स का प्रदर्शन:
चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में कल्याण ज्वैलर्स का राजस्व सालाना आधार पर 39 प्रतिशत बढ़ा। यह वृद्धि मुख्य रूप से मजबूत त्यौहारी और शादी-ब्याह की मांग से आई। कंपनी के भारतीय संचालन में 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पश्चिम एशिया में 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
क्या निवेशक चिंतित हैं?
जब से शेयरों में गिरावट शुरू हुई है, निवेशकों में घबराहट का माहौल है। विशेषकर वे जो इस स्टॉक में पहले निवेश कर चुके थे, उनके लिए यह एक मुश्किल समय है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञ इसे एक अस्थायी उतार-चढ़ाव मानते हैं, जबकि कुछ का मानना है कि कंपनी को इस गिरावट से उबरने में समय लग सकता है।
क्या यह गिरावट लंबी चलेगी?
यह सवाल हर निवेशक के मन में उठता है। कुछ निवेशक इस गिरावट को एक अच्छा खरीदारी अवसर मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे जोखिम से बचने का समय मानते हैं। फिलहाल, यह कहना मुश्किल है कि यह गिरावट कितने समय तक जारी रहेगी।
आगे क्या होगा?
कल्याण ज्वैलर्स के भविष्य को लेकर निवेशकों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कंपनी की मजबूत तिमाही रिपोर्ट्स और आभूषण उद्योग की लगातार बढ़ती मांग के बावजूद, यह गिरावट किसी बड़ी समस्या की ओर इशारा कर सकती है। निवेशकों को अब और भी सतर्क रहने की जरूरत है।
निवेशकों के लिए सुझाव:
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे इस गिरावट को ध्यान से देखें और अपने निवेश की स्थिति का पुनः मूल्यांकन करें। इस गिरावट के बीच अगर किसी के पास कल्याण ज्वैलर्स के शेयर हैं, तो उसे अब लंबी अवधि के लिए सोचना चाहिए। साथ ही, यह भी जरूरी है कि वे बाजार के अन्य संकेतों को समझें और तात्कालिक फैसलों से बचें।
कल्याण ज्वैलर्स के शेयरों में पिछले कुछ दिनों से गिरावट का सिलसिला जारी है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि विदेशी निवेशकों का घटता निवेश, वैश्विक आर्थिक स्थितियां, और कंपनी के आंतरिक आंकड़े। हालांकि, कंपनी के लिए एक सकारात्मक पहलू यह है कि उसका राजस्व लगातार बढ़ रहा है और आभूषण उद्योग में उसकी मजबूत स्थिति है। इस गिरावट के बावजूद, निवेशकों को जल्दबाजी में कोई निर्णय लेने से बचना चाहिए और सही समय का इंतजार करना चाहिए।