असंगठित क्षेत्र में 83.6 लाख उद्यम जुड़े, लेकिन नए रोजगार की रफ्तार 7% घटी
देश में एक साल में 1.09 करोड़ जॉब पैदा हुए
देश के असंगठित क्षेत्र में रोजगार पैदा होने की रफ्तार सुस्त पड़ी है। अक्टूबर 2023. से सितंबर 2024 के दौरान यह 6.84% घटकर 1.09 करोड़ रह गई। एक साल पहले 1.17 करोड़ रोजगार के मौके बने थे। इसके उलट असंगठित क्षेत्र में इस दौरान 56.5% ज्यादा दुकान, छोटे कारखाने जुड़े। इनकी संख्या 83.6 लाख हो गई।
एक साल पहले इस अवधि में 53.4 लाख प्रतिष्ठान जुड़े थे। इसके साथ असंगठित प्रतिष्ठानों की कुल संख्या 12.9% बढ़कर 7.34 करोड़ हो गई। एनएसओ की ‘असंगठित क्षेत्र उद्यमों के सालाना सर्वे’ से यह जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक एक साल पहले समान अवधि में असंगठित प्रतिष्ठानों की कुल संख्या 6.50 करोड़ थी। यूनिवर्सिटी ऑफ बाथ के विजिटिंग प्रोफेसर संतोष मेहरोत्रा कहते हैं, ‘असंगठित क्षेत्र को अभी नोटबंदी, जीएसटी और कोविड लॉकडाउन के प्रभाव से पूरी तरह उबरने में वक्त लगेगा।
अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 के बीच असंगठित क्षेत्र में वर्कर्स की कुल संख्या 12.06 करोड़ हो गई। यह एक साल पहले की समान अवधि में कार्यरत 10.96 करोड़ वर्कर्स से 10% अधिक है। वर्ष 2023-24 में भर्ती किए गए वर्कर्स के औसत वेतन में वर्ष 2022-23 की तुलना में 13% की बढ़ोतरी देखी गई। इनका औसत वेतन 1.41 लाख रुपए हो गया। इससे वेतन के स्तर में सुधार के संकेत मिलते हैं।