सरकारी योजना

9 शहरों में महंगे हुए आवास, 5 में अभी दरें स्थिर

आवासन मंडल ने डी.एल.सी. दरों में की 8 से 8.5 फीसदी की बढ़ोतरी 

जयपुर, : राजस्थान आवासन मंडल ने जमीनों की आरक्षित दरों में बढ़ोतरी कर प्रदेश के 9 शहरों में खुद के मकान का सपना देख रहे लोगों की नींद उड़ा दी है। नई डीएलसी दरों में 8 से 8.50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस संबंध में मंडल आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बुधवार को आदेश जारी किए। ये दरें 1 जुलाई से अगले साल 30 जून तक प्रभावी रहेगी। वहीं, 5 शहरों की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

अजमेर के नाका मदार, जयपुर के मानसरोवर और जोधपुर के विवेक विहार में मकान अब सबसे महंगे होंगे। मानसरोवर में 2610 रुपए प्रति वर्ग मीटर और विवेक विहार-कुड़ी भगतासनी में 2060 रुपए प्रतिवर्ग मीटर तक दरें बढ़ाई गई हैं।

सबसे कम दरें जयपुर के महल योजना में 205 रुपए, वाटिका योजना जयपुर और जोधपुर के बड़ली योजना में 385 रुपए प्रति वर्गमीटर बढ़ाई
है। अलवर, भिवाड़ी, दौसा, भरतपुर, सवाई माधोपुर और धौलपुर की योजनाओं की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

छह महीने में दो बार बढ़ें दरें आवासन मंडल ने बीते छह महीने में दूसरी बार जमीनों की आरक्षित दरों में बढ़ोतरी की है। इससे पहले 19 जनवरी को
दरें बढ़ाई थीं।
दरों में बढ़ोतरी करने से आम आदमी के लिए मंडल की योजनाओं में मकान लेना मुश्किल हो गया है। जल्द ही राज्य सरकार भी डीएलसी दरों में 15 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी करने जा रही है, जिसका असर मंडल की योजनाओं पर भी पड़ेगा। यानी आवास और महंगे होंगे।
आय के हिसाब से पांच कैटेगरी आवासन मंडल की योजनाओं में आवेदन करने वालों के लिए आय के हिसाब से पांच कैटेगरी बनाई गई हैं। जिनमें ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी-ए, एमआईजी-बी और एचआईजी शामिल है।

ईडब्ल्यूएस को आरक्षित दरों में 20 फीसदी, एलआईजी को 10 फीसदी की छूट दी जाती है। जबकि मध्यम आय व उच्च आय वर्ग को कोई छूट नहीं मिलती, बल्कि वे ही आरक्षित दर में बढ़ोतरी से सर्वाधिक प्रभावित होते हैं।
9 शहरों में 3100 आवास होंगे आवंटित
आवासन मंडल जयपुर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर और कोटा सहित 9 शहरों में 3100 से ज्यादा आवास आवंटित करेगा। इनमें से अधिकांश योजनाओं के आवेदन लिए जा चुके हैं और कुछ के आवेदन जारी है। नई दरें सभी पर लागू होंगी। इस कारण पहले के मुकाबले प्रत्येक आवास 78 हजार से 5 लाख रुपए तक महंगा होगा।

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