सरकारी योजना

मिड-डे मील की रोज चेकिंग कर डाटा ई-पंजाब पोर्टल पर होगा अपलोड

योजना • जिले के प्राइमरी व मिडल स्कूलों में करीब 95 हजार बच्चों को परोसा जाता है मिड-डे मील, पहले पूरा रिकार्ड मैनुअल रखा जाता था

सरकारी स्कूलों में पहली से 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को परोसे जाने वाले मिड-डे मील की अब रोजाना शिक्षा विभाग चेकिंग करेगा, जिसकी रिपोर्ट बनाकर स्कूल इंचार्ज निदेशालय को भी भेजेंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि विद्यार्थियों को स्वच्छ, पौष्टिक व संतुलित आहार मिल रहा है या नहीं। अधिकारियों का कहना है कि अब इसको मॉनिटरिंग सीधे निदेशालय की ओर से की जा रही है, ताकि भोजन में किसी प्रकार की कमी न रह सके। मिड-डे मील की पहले पूरी प्रक्रिया मैनुअल की जाती थी, लेकिन अब पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जा रही है। इसके लिए सरकार द्वारा ई-पंजाब पोर्टल लांच किया गया है। मिड-डे मील इंचार्ज पोर्टल पर प्रतिदिन का पूरा ब्योरा दर्ज करेंगे। इसके लिए निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देश जारी कर दिए हैं।

बता दें बठिंडा जिले के प्राइमरी व मिडल स्कूलों में करीब 95 हजार बच्चों के लिए लंच के समय मिड-डे मील परोसा जाता है। पहले मिड-डे मील में परोसे जाने वाले इस भोजन की कभी-कभी चेकिंग होती थी और चेकिंग होती भी थी तो सीधी निदेशालय को रिपोर्ट नाहीं भेजी जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। विभागीय आदेशानुसार स्कूलों में दोपहर के समय मिलने वाले भोजन की प्रतिदिन की जानकारी अब ई-पंजाब पोर्टल पर अपलोड करेंगे और रिपोर्ट सीधे निदेशालय स्तर पर चेकिंग होगी।

पौष्टिक भोजन के द्वारा विद्यार्थियों को स्वास्थ्य लाभ देना योजना का है उद्देशय
याद रहे कि योजना का उद्देश्य 1 से 8वीं स्कूलों में छात्रों को प्रवेश संख्या में वृद्धि, छात्रों की नियमित उपस्थिति में वृद्धि करना और उन्हें पौष्टिक भोजन के द्वारा स्वास्थ्य लाभ देना है। इस योजना में केन्द्र और राज्य सरकारें एक अनुपात में खर्च करती हैं। सरकार भोजन के लिए खाद्य सामग्री उपलब्ध कराती है। शिक्षा विभाग द्वारा सभी स्कूल प्रमुखों को निर्देश जारी किए हैं कि रोजाना ई-पंजाब पोर्टल पर मिड डे मील का पूरा डाटा अपडेट किया जाना चाहिए और शाम 4 बजे तक हर हाल में यह प्रक्रिया पूरी की जाए। आदेशों की पालना नहीं की गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ
विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

विद्यार्थियों को बेहतर सुविधा मिलेगी
शिक्षा अधिकारी इकबाल सिंह ने बताया कि मिड-डे मील की हर रोज चेकिंग करने को लेकर निदेशालय की ओर से निर्देश मिले हैं, ताकि विद्यार्थियों को बेहतर व संतुलित आहार उपलब्ध कराया जा सके। मिड-डे मील का डाटा व प्रतिदिन बच्चों की उपस्थिति भी ई-पंजाब पोर्टल पर दर्ज की जा जा रही, ताकि विद्यार्थियों को बेहतर सुविधा मिल सके। अब सीधी मॉनिटरिंग मुख्यालय की ओर से होगी, निर्देश जारी किए पहली से 8वीं तक स्कूलों में मिड डे मील का लाभ ले रहे विद्यार्थियों की उपस्थिति अब ई-पंजाब पोर्टल पर अपलोड करनी होगी, ताकि विद्यार्थियों को समय पर सुविधाएं प्राप्त हो सके।

इसकी मॉनिटरिंग मुख्यालय की ओर से की जाएगी। विभागीय सूत्रों के अनुसार मिड के मील की रिपोर्ट केंद्र सरकार की ओर से प्रत्येक दिन की मॉनिटरिंग चेक की जाती है। मिड डे मील की रोजाना शत-प्रतिशत रिपोर्ट अपलोड की जाएगी। पोर्टल पर दिए गए डाटा के हिसाब से ही ग्रेडिंग तय होती है। पहले विद्यार्थियों को दिए जाने वाले मिड-डे मील का डाटा भी स्कूलों से ब्लॉक और जिला स्तर तक ही सीमित था और स्कूल प्रबंधन समिति के सहयोग से इंचार्ज के जरिए इसका रिकॉर्ड रखा जा रहा था, पूरा रिकार्ड मैनुअल तैयार किया जाता था।

समय पर मुख्यालय तक डाटा नहीं जा रहा था। लेकिन अब नई व्यवस्था में बच्चों के मिड-डे मील संबंधित शत-प्रतिशत डाटा पोर्टल पर अपडेट होगा और किसी भी तरह की कमी पाए जाने पर तुरंत व्यवस्था में बदलाव व सुधार किया जाएगा।

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