Smart Meter Recharge: स्मार्ट मीटर रिचार्ज न करवाने वालों पर बिजली विभाग की बड़ी कार्रवाई, 40 हजार उपभोक्ताओं की लिस्ट बनाई
Smart Meter Recharge: Electricity department takes big action against those who do not recharge their smart meter, makes a list of 40 thousand consumers
Smart Meter Recharge: स्मार्ट मीटर रिचार्ज न करवाने वालों पर बिजली विभाग की बड़ी कार्रवाई, 40 हजार उपभोक्ताओं की लिस्ट बनाई
Smart Meter Recharge: बेतिया विद्युत आपूर्ति प्रमंडल ने 40 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को चिन्हित किया है जिन्होंने लंबे समय से अपने स्मार्ट प्रीपेड मीटर का रिचार्ज नहीं कराया है। इस पर विभाग ने इन उपभोक्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। कार्यपालक अभियंता मनीष शाक्य ने इस बात की पुष्टि की और बताया कि विभाग अब इन पर जुर्माना लगाएगा और एफआईआर दर्ज कराएगा।
स्मार्ट मीटर के रिचार्ज न कराने वाले उपभोक्ताओं पर इस कड़ी कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य बिजली चोरी को रोकना और उपभोक्ताओं को बिल भुगतान की प्रक्रिया में पारदर्शिता और अनुशासन लाना है।
शहरी क्षेत्रों में 4157 उपभोक्ताओं की जांच, 3000 से अधिक पर चल रहा सख्त अभियान
बेतिया शहर में 4157 ऐसे उपभोक्ता पाए गए हैं जिन्होंने स्मार्ट मीटर का रिचार्ज नहीं कराया है। इनमें से लगभग 1000 उपभोक्ताओं ने हाल ही में रिचार्ज किया है, लेकिन बाकी 3000 उपभोक्ताओं के खिलाफ विभागीय अभियान और सख्त कार्रवाई की जा रही है। यह उपभोक्ता उन मामलों में शामिल हैं जहां रिचार्ज नहीं किया गया और कई मामलों में बाईपास बिजली का उपयोग भी किया गया है।
इसमें से कई उपभोक्ताओं को विभाग द्वारा नोटिस भेजे गए हैं और उनसे रिचार्ज कराने को कहा गया है। जिन उपभोक्ताओं ने बाईपास बिजली का उपयोग किया, उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा रही है और भारी जुर्माना लगाया जा रहा है।
बाईपास बिजली का उपयोग करने वालों पर एफआईआर और जुर्माना
बेतिया विद्युत विभाग ने स्मार्ट मीटर रिचार्ज न करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। जांच में यह सामने आया कि कई उपभोक्ता बिना रिचार्ज के बाईपास बिजली का उपयोग कर रहे थे। इन उपभोक्ताओं के खिलाफ विभाग ने जिलाधिकारी के आदेश पर एफआईआर दर्ज कराई है और इन्हें भारी जुर्माना भी लगाया है।
बीते दो महीनों में विभाग ने 284 से अधिक उपभोक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की है। इनमें से 166 मामले नवंबर महीने में और 118 मामले दिसंबर में दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में जुर्माना चार गुना तक लगाया गया है। विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि जनवरी में भी यह अभियान जारी रहेगा और ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
स्मार्ट मीटर के फायदे और उसकी भूमिका
स्मार्ट मीटरों के माध्यम से उपभोक्ताओं को बिजली उपयोग का रियल टाइम डेटा प्राप्त होता है। इसका मुख्य लाभ यह है कि इससे उपभोक्ता अपने बिजली उपयोग को नियंत्रित कर सकते हैं और आवश्यकता के अनुसार रिचार्ज भी कर सकते हैं। स्मार्ट मीटर के कारण बिजली चोरी की संभावना भी कम हो जाती है क्योंकि यह मीटर बिजली के इस्तेमाल का सटीक डेटा प्रदान करता है।
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा प्रदान करता है, जिससे उनका बिजली बिल पारदर्शी होता है और कोई भी धोखाधड़ी की संभावना नहीं रहती। साथ ही, यह ऑनलाइन रिचार्ज की सुविधा भी देता है, जिससे उपभोक्ता बिल का भुगतान समय पर कर सकते हैं और किस्तों में भी भुगतान कर सकते हैं।
स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी पर नियंत्रण
बिजली चोरी रोकने में स्मार्ट मीटर की अहम भूमिका है। जब से स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, बिजली चोरी की घटनाओं में गिरावट आई है। स्मार्ट मीटर द्वारा दी जाने वाली रियल टाइम रीडिंग से बिजली विभाग को बिजली की खपत के बारे में सटीक जानकारी मिलती है, जिससे चोरी की गतिविधियों को पहचानना और रोकना संभव हो जाता है। इसके अलावा, उपभोक्ताओं को बिजली का उपयोग नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है, जिससे बिजली की बचत होती है और विभाग को राजस्व का नुकसान नहीं होता।
विभागीय कार्रवाई के प्रभाव
बिजली विभाग द्वारा की जा रही इस सख्त कार्रवाई का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे विभाग को राजस्व की हानि नहीं होगी। स्मार्ट मीटर की मदद से विभाग बिजली की खपत पर निगरानी रख सकता है और हर उपभोक्ता से सही शुल्क वसूल सकता है।
इसके अलावा, यह कदम ईमानदार उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। विभाग का मानना है कि जब उपभोक्ता अपनी बिजली की खपत को देखेंगे और पारदर्शिता बनी रहेगी, तो वे समय पर अपना बिल भुगतान करेंगे और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचेंगे।
बिजली विभाग की ओर से उपभोक्ताओं से अपील
बेतिया विद्युत आपूर्ति प्रमंडल ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अपने स्मार्ट मीटर का समय पर रिचार्ज करें और बिजली का उपयोग सही तरीके से करें। विभाग ने यह भी कहा है कि जो उपभोक्ता रिचार्ज नहीं करेंगे और बिजली चोरी में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि जिन उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़े, वे विभाग से संपर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।