एचएयू कृषि कॉलेज के विद्यार्थियों को मिल रहा इंटरनेशनल एक्सपोजर, विदेशों में ले रहे ट्रेनिंग
हिसार जिले में साल 1962 के जुलाई में अस्तित्व में आया था कृषि महाविद्यालय
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर भी मिल रहा है। कॉलेज के 45 विद्यार्थी विगत कुछ वर्षों में चेक गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वियतनाम और थाइलैंड आदि देशों में ट्रेनिंग पर गए। इसके अलावा दूसरे विद्यार्थी राष्ट्रीय संस्थानों में ट्रेनिंग ले रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थी अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो रहे है। अब यूनिवर्सिटी ने ऑस्ट्रेलिया के साथ एमओयू भी किया है, जिसके तहत बीएससी एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों को एचएयू के साथ वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी की ड्यूल डिग्री भी मिलेगी।
कॉलेज के 68 विद्यार्थियों का हाल ही में हायर एजुकेशन के लिए आईआईएम, आईआरएमए और एनएआईएम जैसे इंस्टीट्यूट्स में सिलेक्शन हो चुका है। कॉलेज में विगत वर्षों में 9 विदेशी छात्र यूजी
और 89 विद्यार्थी एमएससी और पीएचडी प्रोग्राम में डिग्री की। कॉलेज के 98 विद्यार्थी आईसीएआर से नेशनल टैलेंट स्कॉलरशिप हासिल कर चुके हैं।
कृषि कॉलेज के द्वारा बीते तीन साल में विभिन्न फसलों की लगभग 50 हाइब्रिड किस्में विकसित व अनुमोदित की हैं। कृषि कॉलेज हिसार जुलाई 1962 में अस्तित्व में आया। उस समय यह पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से संबद्ध था। इसके बाद 20 दिसंबर 1962 को कॉलेज पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना से संबद्ध हुआ। अभी कॉलेज में 14 विभाग हैं। अब तक कॉलेज से 1657 पीजी और 756 पीएचडी पासआउट हो चुके हैं।