इंग्लैंड से लौटने के बाद इस किसान ने की 6 एकड़ में फूलों की खेती, आज ले रहे लाखों कम मुनाफा, इन फूलों की पूरा साल रहती है डिमांड
पंजाब के एक किसान, मनजिंदर सिंह, जिन्होंने धान-गेहूं की फसलों को छोड़कर फूलों की खेती में कामयाबी प्राप्त की है।

इंग्लैंड से लौटने के बाद इस किसान ने की 6 एकड़ में फूलों की खेती, आज ले रहे लाखों कम मुनाफा, इन फूलों की पूरा साल रहती है डिमांड
भारतीय किसान परंपरागत खेती को छोड़ आधुनिक खेती को महत्वता दे रहे हैं, और इसका उदाहारण है पंजाब के एक किसान, मनजिंदर सिंह, जिन्होंने धान-गेहूं की फसलों को छोड़कर फूलों की खेती में कामयाबी प्राप्त की है।
मनजिंदर सिंह की कहानी
मनजिंदर सिंह इंग्लैड से अपने गांव में लौटे और फिर फ़रीदकोट में 6 एक़ड जमीन में फूलों की खेती करने का निर्णय लिया। उन्होंने कलकत्ता और मध्य प्रदेश से फूलों के बीज लाए और अब हर महीने आच्छी कमाई कर रहे हैं। इस किसान की खेती की मिसाल खुद खेती बाड़ी विभाग भी दूसरे किसानों को दे रहा है. इस खेती के फायदे गिना रहा है. क्योंकि अगर कोई किसान फूलों की खेती करता है तो इसके कई फायदे होते हैं.
फूलों की खेती के फायदे
कम लागत: फूलों की खेती में कम लागत होती है और इससे किसानों को अधिक मुनाफा होता है।
रोजगार का स्रोत: फूलों की मांग पूरे साल बनी रहती है, जिससे रोजगार का स्रोत बनता है।
अन्य फसलों से अधिक मुनाफा: धान और गेहूं की तुलना में, फूलों से किसानों को अधिक मुनाफा होता है।
पानी की बचत: फूलों की खेती में पानी की बचत होती है, जो सतत सत्राई क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है।
पर्यावरण सहित: फूलों की खेती के लिए नहीं, तो किसी भी प्रकार की उपयोजना से पर्यावरण पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।
खेती में परिवर्तन
कृषि विभाग के अधिकारी भी मनजिंदर सिंह की कड़ी मेहनत और सफलता की तारीफ कर रहे हैं। उनकी मिसाल से निकलकर अन्य किसान भी गेहूं-धान के परंपरागत चक्र से बाहर निकलकर नए और लाभकारी क्षेत्रों में काम करने की सोच रहे हैं।