नीले फूल की खेती बदल रही किसानो की किस्मत, इस किसान ने एक बीघा से हासिल किया 2 क्विंटल का उत्पादन, 3 महीने की कमाई 2 लाख रूपये
ब्लू कॉर्न फूलों की खेती तीन महीने में होती है और ये नीले रंग के फूलों के साथ खिलते हैं। इन्हें काटकर सुखाया जाता है

नीले फूल की खेती बदल रही किसानो की किस्मत, इस किसान ने एक बीघा से हासिल किया 2 क्विंटल का उत्पादन, 3 महीने की कमाई 2 लाख रूपये
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हो रही ब्लू कॉर्न फूलों की खेती ने किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बना दिया है। इस नई फसल से किसानों को कम लागत में ज्यादा मुनाफा हो रहा है। इस खेती के चलते कई किसान अब इसमें रुचि दिखा रहे हैं।
ब्लू कॉर्न फूल
ब्लू कॉर्न फूलों की खेती को औषधीय गुणों से भरपूर माना जा रहा है। यह खेती उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में हरित क्रांति लाने की दिशा में है। गांववालों के बीच खुशी का माहौल देखकर और मुनाफे की बातें सुनकर, अब कई लोग ब्लू कॉर्न फूलों की खेती करने की सोच रहे हैं।
खेती का प्रक्रिया
ब्लू कॉर्न फूलों की खेती तीन महीने में होती है और ये नीले रंग के फूलों के साथ खिलते हैं। इन्हें काटकर सुखाया जाता है और फिर इन्हें बोरियों में भरकर कंपनियों को बेचा जाता है। इस खेती में कम लागत होने के बावजूद, यह किसानों को कई गुना मुनाफा प्रदान करती है।
किसानों की आगे बढ़त
जिले के कई गांवों में, जैसे कि राठ, चिल्ली, और गोहानी, किसानों ने ब्लू कॉर्न फूलों की खेती करने का नया रास्ता चुना है। राठ क्षेत्र के चिल्ली गांव निवासी रघुवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने पिछले वर्ष एक एकड़ जमीन पर ब्लू कॉर्न के फूलों की खेती की थी, जिससे 2 लाख रुपये तक का मुनाफा हुआ था। सभी फूल बाहरी कंपनियों ने हमसे खरीद लिए थे। एक बीघे से लगभग दो क्विंटल फूल निकल सकते हैं।
इसमें सफलता प्राप्त करने वाले इस किसान का कहना है कि इस खेती ने उनकी जिंदगी को बदला है और उन्हें अब अपने भविष्य के लिए आत्मनिर्भर बना दिया है।
कुछ किसान, जैसे कि रघुवीर सिंह और राजेंद्र सिंह, अब इस खेती को और बढ़ाने का आदान-प्रदान कर रहे हैं। इसमें रकबा बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है ताकि इससे और अधिक मुनाफा हो सके।
आयुर्वेदिक गुण
ब्लू कॉर्न फूल में औषधीय गुण होने के कारण इसे गठिया के उपचार के रूप में भी देखा जा रहा है। आत्म प्रकाश और आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. दिलीप त्रिपाठी के अनुसार, इस फूल के तेल से गठिया को दूर किया जा सकता है।