सरसों में 250 रुपए के उछाल के साथ इतना हुआ सरसों का दाम, क्या आने वाले महीना में सरसों में आएगी तेजी? जानिए सभी मंडी के ताजा भाव

सरसों के भाव में आज करीब ₹250 प्रति क्विंटल की तेजी देखने को मिली है, जिससे किसानों के चेहरे पर हंसी है।

Update: 2023-10-07 16:40 GMT

सरसों में 250 रुपए के उछाल के साथ इतना हुआ सरसों का दाम,  क्या आने वाले महीना में सरसों में आएगी तेजी? जानिए सभी मंडी के ताजा भाव 

हम सभी जानते हैं कि किसानों का किसानों के लिए अहम भूमिका होती है, और इस समय सरसों के भाव में हो रही तेजी वही खुशियां लेकर आ रही है। सरसों के भाव में आज करीब ₹250 प्रति क्विंटल की तेजी देखने को मिली है, जिससे किसानों के चेहरे पर हंसी है। इस लेख में, हम आपको सरसों के भाव 2023 के बारे में जानकारी देंगे और बताएंगे कि क्यों सरसों के भाव में यह तेजी आई है।

सरसों के भाव में तेजी की वजह

सरसों के भाव भारतीय बाजारों में इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि विदेशों में लगातार खाद्य तेलों के भाव बढ़ रहे हैं और विदेशों से सरसों की मांग भी बढ़ रही है। विदेशों में खराब मौसम के चलते सरसों के उत्पादन पर भारी असर पड़ा था, जिसकी वजह से भारतीय घरेलू बाजारों में सरसों के भावों में उछाल आ रहा है।

व्यापारियों के अनुसार, जिस प्रकार से वर्तमान में सरसों की मांग तेज हो रही है, उस हिसाब से आने वाले समय में सरसों की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल सकता है।

सरसों के भाव 2023: ताजा मंडी भाव

यहां हम आपको कुछ मशहूर मंडियों के ताजा सरसों मंडी भाव दिखा रहे हैं:

मंडी ताजा भाव (प्रति क्विंटल)

इंदौर मंडी 5375 ⬇️

रतलाम मंडी 4980 ⬇️

बैतूल मंडी 4800 ⬇️

मंदसौर मंडी 4955 ⬇️

भोपाल मंडी 4564 ⬆️

धार मंडी 4854 ⬆️

नीमच मंडी 5000 ⬇️

जयपुर मंडी 4953 ⬆️

उदयपुर मंडी 4943 ⬆️

अनूपपुर मंडी 4800 ⬇️

देवास मंडी 4765 ⬇️

जावरा मंडी 4800 ⬆️

रामगज मंडी 5031 ⬆️

उज्जैन मंडी 5130 ⬇️

इस ताजा मंडी भाव के साथ, सरसों के किसान खुदरा बाजार में अच्छी मूल्य पर बेचने का मौका पा रहे हैं।

सरसो का भविष्य

सरसों के भाव में इस तेजी की वजह से किसानों के लिए रौशनी की किरन है। आने वाले समय में भी सरसों के भाव में तेजी की संभावना है, जो किसानों को और भी सुखद मोमेंट्स देगा।

कृपया ध्यान दें कि यह मंडी भाव दिन-प्रतिदिन बदल सकते हैं, इसलिए नियमित रूप से नवीनतम जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थानीय मंडियों और व्यापारिक स्रोतों का सहारा लें।

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