जसदीप सिंह गिल : केमिकल इंजीनियर से धार्मिक गुरु बनने तक का सफर
जसदीप सिंह गिल, केमिकल इंजीनियर और पूर्व सिप्ला अधिकारी, अब राधा स्वामी सत्संग ब्यास के नए प्रमुख बने। जानें उनके जीवन, शिक्षा और कैरियर की प्रमुख बातें।
राधा स्वामी सत्संग ब्यास का नया प्रमुख
जसदीप सिंह गिल का नाम हाल ही में चर्चा में आया जब उन्हें राधा स्वामी सत्संग ब्यास (RSSB) का नया प्रमुख नियुक्त किया गया। मौजूदा प्रमुख, बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों, कैंसर और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिस कारण संगठन में नेतृत्व परिवर्तन आवश्यक हो गया था। ढिल्लों ने अपने जीवनकाल में उत्तराधिकारी घोषित करने की परंपरा का पालन करते हुए, गिल को यह जिम्मेदारी सौंपी है।
जसदीप सिंह गिल का जीवन और शिक्षा
जसदीप सिंह गिल एक उच्च शिक्षित व्यक्ति हैं, जिन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की है। उन्होंने यूनाइटेड किंगडम के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री प्राप्त की है और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली से बायोकेमिकल इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी में स्नातक की उपाधि ली है। उनकी पत्नी एक डॉक्टर हैं, जिससे उनकी व्यक्तिगत और पेशेवर ज़िंदगी में स्वास्थ्य और शिक्षा का गहरा प्रभाव है।
गिल का पारिवारिक पृष्ठभूमि भी उच्च प्रतिष्ठा की रही है। उनके पिता, सुखदेव सिंह, एक पूर्व सेना अधिकारी हैं और भारत में डेरा के सत्संगों के प्रबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं। उनकी माता ब्यास में स्थित डेरा परिसर के हॉस्टल का प्रबंधन करती हैं।
कैरियर की ऊंचाइयाँ
गिल ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में की थी, और वे विभिन्न बड़ी कंपनियों के साथ जुड़े रहे हैं। वे 2019 से 2024 तक सिप्ला लिमिटेड में मुख्य रणनीति अधिकारी (Chief Strategy Officer) के रूप में कार्यरत थे। इसके अलावा, वे वेल्थी थेरेप्यूटिक्स के सदस्य भी रहे और रेनबैक्सी में CEO के कार्यकारी सहायक के रूप में भी काम कर चुके हैं।
गिल का प्रबंधन कौशल और उनकी शिक्षा ने उन्हें फार्मास्यूटिकल्स और अन्य उद्योगों में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। वे कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी एंटरप्रेन्योर्स के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
जसदीप सिंह गिल | प्रमुख तथ्य |
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शिक्षा | कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, IIT दिल्ली |
पेशेवर अनुभव | सिप्ला लिमिटेड, रेनबैक्सी |
पारिवारिक पृष्ठभूमि | पिता – सेना अधिकारी, माता – डेरा प्रबंधन |
मुख्य भूमिका | Chief Strategy Officer (सिप्ला लिमिटेड) |
राधा स्वामी सत्संग ब्यास का महत्व
राधा स्वामी सत्संग ब्यास (RSSB) एक प्रमुख धार्मिक संगठन है, जिसका मुख्यालय पंजाब के ब्यास में स्थित है। इस संगठन के लाखों अनुयायी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में फैले हुए हैं। डेरा के पास इन राज्यों में बड़ी संख्या में जमीनें भी हैं। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों, जो 1990 में बाबा चरन सिंह द्वारा डेरा प्रमुख नामित किए गए थे, अब स्वास्थ्य कारणों से पीछे हट रहे हैं और उन्होंने अपनी जिम्मेदारियां गिल को सौंप दी हैं।
गिल की यह नियुक्ति न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए बल्कि संगठन के अनुयायियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। उनके पास दीक्षा देने का अधिकार होगा और वे संगठन के धार्मिक और प्रशासनिक कार्यों का नेतृत्व करेंगे।
जसदीप सिंह गिल का केमिकल इंजीनियर से धार्मिक गुरु बनने का सफर यह दर्शाता है कि शिक्षा, प्रबंधन कौशल और सही दिशा में आगे बढ़ने की क्षमता व्यक्ति को किसी भी क्षेत्र में सफल बना सकती है। राधा स्वामी सत्संग ब्यास का नया नेतृत्व उनके अनुयायियों के लिए उम्मीद और नई दिशा लेकर आ रहा है।