New YearToll Tax : नए साल पर टोल टैक्स में होगा बड़ा बदलाव, 1 जनवरी से वाहन चालकों को मिलेगी तगड़ी राहत
New YearToll Tax: There will be a big change in toll tax on the new year, drivers will get great relief from January 1
New YearToll Tax : नए साल पर टोल टैक्स में होगा बड़ा बदलाव, 1 जनवरी से वाहन चालकों को मिलेगी तगड़ी राहत
खेत खजाना: न्यू दिल्ली, नया साल आ रहा है और इसके साथ ही वाहन चालकों के लिए एक महत्वपूर्ण और काम की खबर है। अक्सर मंहगे टोल टैक्स के कारण वाहन चालक ऐसे रास्ते खोजते हैं, जहाँ पर टोल प्लाजा न हो, ताकि वे अतिरिक्त शुल्क से बच सकें। अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। जल्द ही देश टोल मुक्त होने जा रहा है। जी हां, अब देश में एक भी टोल प्लाजा नहीं दिखाई देगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने खुद इस बात का ऐलान किया है कि भारत को टोल फ्री बनाया जाएगा।
क्या होगा टोल कलेक्शन का नया नियम
देश को टोल मुक्त बनाने के पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य हाइवे पर यातायात को और अधिक सुगम बनाना है। इसके लिए सरकार ने पारंपरिक टोल प्लाजा की जगह एक नया और अधिक प्रभावी टोल कलेक्शन तरीका तैयार किया है। इस नए सिस्टम के तहत अब
GPS-बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम लागू किया जाएगा।
नितिन गडकरी ने बताया कि केंद्र सरकार ने GPS-बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम पर काम करना शुरू कर दिया है। इस सिस्टम के तहत, वाहन की यात्रा की दूरी मापकर, टोल शुल्क सीधे वाहन स्वामी के बैंक खाते से काट लिया जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी, जिससे उनकी यात्रा में कोई रुकावट नहीं आएगी।
GPS आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम के फायदे
इस नई योजना के तहत वाहन की लोकेशन को ट्रैक किया जाएगा और उसके आधार पर ही टोल टैक्स निर्धारित किया जाएगा । इसके लिए प्रत्येक वाहन में GPS ट्रैकिंग डिवाइस लगाई जाएगी, जो यात्रा के दौरान टोल की राशि को ट्रैक करेगी और उसे वाहन के बैंक खाते से वाहन चालक से काट लिया जाएगा ।
इससे टोल प्लाजा की आवश्यकता नहीं पड़ेगी साथ ही अब वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर रुकने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। यह समय की बचत करेगा और यात्रा को अधिक सुगम बनाएगा।
इस योजना से GPS के माध्यम से टोल टैक्स की सही जानकारी हासिल होगी जिससे किसी भी प्रकार की गलतफहमी या गलत शुल्क की समस्या नहीं होगी।
इसके साथ ही वाहन द्वारा तय की गई दूरी के आधार पर टोल शुल्क को निर्धारित किया जाएगा, जिससे वाहन चालक को सही शुल्क ही चुकाना होगा। टोल प्लाजा पर लंबी कतारें और ट्रैफिक की समस्या समाप्त हो जाएगी, जिससे यातायात में सुधार होगा।
सरकार का बड़ा कदम
केंद्रीय सरकार ने पहले से ही नए कमर्शियल वाहनों में GPS ट्रैकिंग डिवाइस को अनिवार्य कर दिया है। अब सरकार पुराने वाहनों में भी GPS ट्रैकिंग डिवाइस लगाने पर जोर दे रही है। इसके बाद, हर वाहन पर GPS ट्रैकिंग डिवाइस का होना अनिवार्य होगा, ताकि हर वाहन के यात्रा विवरण को सही तरीके से ट्रैक किया जा सके और टोल शुल्क सही तरीके से वसूला जा सके।