wheat crop urea tips गेहूं की फसल में यूरिया: कितनी मात्रा में और कब डालें?
गेहूं की फसल में यूरिया कब और कितनी मात्रा में डालें? विशेषज्ञों की सलाह के साथ जानें खरपतवार नियंत्रण के उपाय और बारिश के बाद फसल की देखभाल के तरीके।
न्यू दिल्ली, 24 दिसंबर 2024: ठंड के मौसम में किसानों के लिए गेहूं की फसल की देखभाल एक महत्वपूर्ण चुनौती बन गई है। सही समय पर और सही मात्रा में यूरिया (Urea) का उपयोग गेहूं की उपज को बढ़ाने में मदद करता है। आइए जानते हैं, गेहूं की फसल में यूरिया कब और कितनी मात्रा में डालनी चाहिए।
गेहूं की फसल में यूरिया कब और कितनी मात्रा में डालें?
कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ डॉ. पूजा कुमारी के अनुसार, गेहूं की फसल में पहली सिंचाई के बाद या बुआई के 25 से 30 दिन बाद प्रति एकड़ 50 किलो यूरिया का छिड़काव करना चाहिए। यह फसल को जरूरी नाइट्रोजन प्रदान करता है, जिससे पौधों की वृद्धि तेज होती है।
समय | मात्रा (प्रति एकड़) | उद्देश्य |
---|---|---|
पहली सिंचाई के बाद | 50 किलो | पौधों की शुरुआती वृद्धि |
दूसरी सिंचाई के बाद | 50 किलो | उपज बढ़ाने के लिए |
खरपतवार नियंत्रण के लिए उपाय
खरपतवार गेहूं की फसल के लिए हानिकारक होते हैं और पोषक तत्वों को सोख लेते हैं। इन्हें नियंत्रित करने के लिए निम्न दवाओं का उपयोग करें:
- सल्फास फ्यूरान (Sulfas Furan): प्रति एकड़ 13.5 ग्राम।
- क्लोडिनोफॉप (Clodinofop): प्रति एकड़ 160 ग्राम।
महत्वपूर्ण सुझाव: दवाओं का छिड़काव फ्लैटफैन नॉजल से करें।
बारिश के बाद गेहूं की फसल की देखभाल
बारिश के कारण गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है, खासकर यदि किसान ने पहले से सिंचाई की हो। कैथल कृषि विज्ञान केंद्र के विज्ञानी रमेश वर्मा बताते हैं कि अधिक मात्रा में यूरिया डालने से फसल गिरने का खतरा बढ़ जाता है।
विशेषज्ञों की सलाह:
- मिट्टी और पानी की जांच कराएं।
- प्रति एकड़ सवा दो बैग यूरिया से अधिक न डालें।
- दवाओं का उपयोग वैज्ञानिकों की सलाह से करें।
बिना सलाह के यूरिया का उपयोग न करें
करनाल मौसम विभाग के विज्ञानी श्याम सिंह चौहान के अनुसार, बिना विशेषज्ञ की सलाह के यूरिया का अधिक उपयोग पौधों की जड़ों को कमजोर कर सकता है। बारिश के मौसम के बाद सिंचाई से बचें, ताकि फसल गिरने का जोखिम न रहे।
क्या बारिश गेहूं के लिए हानिकारक है?
बारिश से फसल को नुकसान तब होता है जब किसान अत्यधिक यूरिया का उपयोग करते हैं। यह जड़ों को कमजोर करता है और फसल की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
किसानों के लिए सुझाव
- विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार ही यूरिया और अन्य खादों का उपयोग करें।
- दवाओं का छिड़काव अलग-अलग समय पर करें, न कि एक साथ।
- मिट्टी और पानी की जांच से पहले फसल न लगाएं।
गेहूं की फसल में यूरिया का सही उपयोग उपज बढ़ाने में मदद करता है। लेकिन इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह का पालन करना बेहद जरूरी है। अधिक जानकारी के लिए कृषि विज्ञान केंद्र या मौसम विभाग से संपर्क करें।