Renewable Energy : 2024 में रिन्यूएबल एनर्जी में भारत का कमाल: क्या 2030 तक लक्ष्य होगा पूरा?
India's renewable energy sector achieved a record 30 GW capacity increase in 2024. With a target of 500 GW by 2030, the government is working rapidly. Learn about the progress and challenges in this sector.
Renewable Energy : 2024 में रिन्यूएबल एनर्जी में भारत का कमाल: क्या 2030 तक लक्ष्य होगा पूरा?
New Delhi, India – 12 January 2025: साल 2025 में नरेंद्र मोदी सरकार को एक और अच्छी खबर मिली है। न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मिनिस्ट्री ने साल 2024 का जो डेटा जारी किया है, उसे देखकर पीएम मोदी खुश होंगे। देश के इस महत्वपूर्ण सेक्टर में साल 2024 में कमाल हो गया है। मोदी सरकार साल 2030 तक अपने एक महत्वपूर्ण लक्ष्य को पूरा करना चाहती है। अब सवाल है कि क्या सरकार इस सेक्टर में अपना लक्ष्य पूरा कर पाएगी?
रिन्यूएबल एनर्जी में रिकॉर्ड वृद्धि
न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 2024 में लगभग 30 गीगावाट की रेकॉर्ड रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता वृद्धि दर्ज की है। यह साल 2023 में दर्ज 13.75 गीगावाट से 113 फीसदी अधिक है। भारत की अब रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता 218 गीगावाट हो गई है।
सरकार का लक्ष्य
भारत सरकार का लक्ष्य साल 2030 तक देश में 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता हासिल करना है। इस कारण इस सेक्टर में मोदी सरकार तेजी से काम कर रही है। भारत की अब रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता 218 गीगावाट पहुंच चुकी है।
आवश्यकताएँ और संभावनाएँ
भारत को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अगले छह वर्षों में प्रति वर्ष औसतन 50 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता जोड़ने की आवश्यकता है। पिछले दो वर्षों में जिस तरह से हर साल 100 फीसदी से ज्यादा का लक्ष्य हासिल किया है, उसे देखकर लगता है कि भारत साल 2030 तक अपना लक्ष्य हासिल कर लेगा।
वर्ष | रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता (गीगावाट) |
---|---|
2023 | 13.75 |
2024 | 30 |
कुल | 218 |
दुनिया में तीसरा स्थान
रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार इससे जुड़े कई प्रोग्राम देश में चला रही है। इनमें पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना भी शामिल है। सरकार का उद्देश्य साल 2070 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करने का है। रिन्यूएबल एनर्जी पैदा करने में भारत का दुनिया में तीसरा स्थान है। इसमें पहले स्थान पर चीन और दूसरे पर अमेरिका है।
कचरे की समस्या
रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर बेशक तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके कचरे को खत्म करने के लिए सरकार के पास कोई ठोस प्लानिंग नहीं है। सोलर पैनल का कचरा देश में तेजी से बढ़ रहा है। अभी तक सोलर पैनल का एक लाख टन कचरा पैदा हो गया है। साल 2030 तक यह बढ़कर 6 लाख टन हो सकता है। इनकी रीसाइक्लिंग सही से न होने के कारण पर्यावरण में जहरीले केमिकल और भारी धातुएं फैल रहे हैं।
संबंधित लिंक्स: